मालूम हो, प्रदेश में सभी कक्षाओं की किताबों की समीक्षा विषय विशेषज्ञों एवं शिक्षाविदों की कमेटी कर रही है। ये कमेटियां आगामी सप्ताह में रिपोर्ट देने वाली हैं। गौरतलब है कि गुरुवार की शाम को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में राजस्थान के 5 जवान भी शामिल हैं। शहीद जवानों का नाम नारायण लाल गुर्जर (राजसमन्द), जीतराम गुर्जर (भरतपुर), हेमराज मीणा (कोटा), रोहिताश लाम्बा (जयपुर) और भागीरथ (धौलपुर) है। शहीद होने की खबर मिलते ही जवानों के घर में मातम पसर गया।
आक्रोश से भरा जन-मन अवन्तीपोरा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले को लेकर समूचा प्रदेश गुस्से में है। रविवार को छुट्टी के बावजूद लोगों का मन अशान्त, आक्रोश से भरा रहा। राजधानी में शाम के 5 बजते-बजते जगह-जगह से लोगों के हुजूम शहीद स्मारक की ओर निकल पड़े। न संस्था और न संगठन, बल्कि स्वत:। हिन्दुस्तान जिन्दाबाद की सतत गंूज के बीच रात तक भारी भीड़ जुट गई।
पुलिस को बेरिकेड लगाकर यातायात थामना पड़ा। स्मारक पर लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। बोले, हम सब भारतीय हैं, इसके सिवा हमारी कोई पहचान नहीं। हमें बदला चाहिए, इससे कम कुछ नहीं।
शहीद स्मारक पर शाम 5 बजे से लोगों का जुटना शुरू हो गया था। जहां देखो, लोग टोलियों में शहीद स्मारक की ओर बढ़ रहे थे। रैलियों के रूप में आगे बढ़ते बच्चे, युवा, महिलाएं, पुरुष और बुजुर्ग, सभी एकस्वर में नारा बुलन्द कर रहे थे.. हिन्दुस्तान जिन्दाबाद। शाम 7 बजते-बजते शहीद स्मारक पर भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ लगातार बढ़ते देख पुलिस को आखिर अम्बेडकर सर्कल और ज्योतिनगर थाने की ओर से बेरिकेड लगाकर वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी। इस बीच लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लोगों के वहां पहुंचने का सिलसिला रात 10 बजे बाद तक जारी रहा।
टोलियां बनाकर निकालीं रैलियां : शहर के विभिन्न इलाकों में लोगों ने टोलियां बनाकर रैलियां निकालीं। आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए केन्द्र सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की। इस दौरान वैशालीनगर, बरकतनगर, मालवीयनगर, विद्याधरनगर, प्रतापनगर सहित कई इलाकों में श्रद्धांजलि सभाएं हुईं, प्रदर्शन किए गए।