जयपुर

निर्मला सीतारमण ने गहलोत को दी नसीहत, सीएम अस्पतालों पर ध्यान दें, बच्चों की हो रही हैं मौत

नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) पर पूरे देश में मचे बवाल और कांग्रेस के विरोध के बीच रविवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जयपुर पहुंची। सीतारमण ने कोटा के जेकेलोन अस्पताल में शिशुओं की मौत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सियासी हमला बोला

जयपुरJan 05, 2020 / 07:56 pm

Deepshikha Vashista

जयपुर। नागरिकता संशोधन कानून पर पूरे देश में मचे बवाल और कांग्रेस के विरोध के बीच रविवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जयपुर पहुंची। उन्होंने जयपुर में सांगानेर मंडल के दो बूथों पर नागरिकता संशोधन कानून पर जनजागरण अभियान की शुरूआत की। दोपहर बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोटा के जेकेलोन अस्पताल में शिशुओं की मौत पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सियासी हमला बोला।
सीतारमण ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सीएए पर तो ध्यान है लेकिन यहां अस्पतालों में मर रहे शिशुओं की तरफ ध्यान नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि उन्हें सिर्फ अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक की चिंता है। वे अपने उपमुख्यमंत्री की भी बात सुन लें और जिम्मेदारी तय करें।
उन्होंने कहा कि आज गहलोत विस्थापितों को नागरिकता देने का विरोध कर रहे हैं, लेकिन वे भूल गए कि कभी उन्होंने ही पत्र लिख कर विस्थापितों को नागरिकता देने की मांग की थी। सीतारमण ने कहा कि हम तो नेहरू-लियाकत समझौते के तहत कार्य कर रहे हैं और जो कानून बनाया है उसे संसद में चर्चा करने के बाद पास किया है। अब विपक्षी दल देश में भ्रम और हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं।
नागरिकता संशोधन कानून किसी धर्म या मजहब के खिलाफ नहीं है। इससे पहले भी इसमे संशोधन हुए हैं। अभी तक पाकिस्तान, अफगानिस्तान से आए 11 हजार से ज्यादा मुस्लिमों को नागरिकता दी गई है।
राहुल गांधी पर निशाना
उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी देश को टुकड़े-टुकड़े करने की बात करने वालों का समर्थन करते हैं। इस स्थिति में कांग्रेस की मानसिकता का पता चल गया है। सीतारमण ने स्पष्ट किया कि जीएसटी पुर्नभरण को लेकर किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है चाहे किसी राज्य में भाजपा की सरकार हो या फिर कांग्रेस की।

Home / Jaipur / निर्मला सीतारमण ने गहलोत को दी नसीहत, सीएम अस्पतालों पर ध्यान दें, बच्चों की हो रही हैं मौत

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.