प्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों के चुनाव के लिए 19 जून को मतदान होगा। इससे पूर्व कांग्रेस पार्टी ने नंबर गेम प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है। गहलोत आज की बैठक में कांग्रेस में विधायकों को एकजुटता का संदेश देंगे। इसमें निर्दलीय विधायकों के जरिए गहलोत विपक्ष्री दलों को ये मैसेज दे देंगे कि वे सभी कांग्रेस के साथ है।
कांग्रेस प्रत्याशी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल को पहली वरीयता और नीरज डांगी को दूसरी वरीयता में रखा जाने की उम्मीद है। हालांकि कांग्रेस अपनी दोनों सीटों पर जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त है। पार्टी के पास निर्दलीय विधाय़कों को मिलाकर 125 वोट हैं।
भाजपा की सेंधमारी की कोशिश-
भारतीय जनता पार्टी इस कोशिश में है कि सरकार से नाराज चल रहे विधायकों में सेंधमारी की जाए और निर्दलीय विधायकों को भी साथ लें। भाजपा ने राजेन्द्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को टिकट दिया है। इसमें गहलोत की जीत को तय है लेकिन लखावत के लिए कम से कम 25 वोट और चाहिए होंगे जिसकी उम्मीद बहुत कम है। दोनों ही दल पार्टी का व्हिप जारी करेंगे और ऐसे में कोई भी विधायक क्रॉस वोटिंग नहीं कर पाएंगा। वैसे विधानसभा सत्र से लेकर दूसरे कई ऐसे मौके भी आए हैं जब कांग्रेस के कई विधायकों ने अपनी ही सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इन विधायकों में कई वरिष्ठ विधायक भी शामिल हैं, जिनका नंबर मंत्रिमंडल में नहीं आने के बाद से ये अंदरखाने नाराज हैं।
एजेंट को दिखाना होगा वोट-
वहीं मतदान के दौरान कांग्रेस और भाजपा के विधायक अपना वोट एजेंट को दिखाकर वोट डालेंगे, जबकि निर्दलीय और सरकार को समर्थन दे रहे अन्य दलों के विधायक गोपनीय मतदान करेंगे। गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान 26 मार्च को होना था, लेकिन कोरोना संकट के चलते राज्यसभा चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। हाल ही में चुनाव आयोग ने नई तारीखों का ऐलान किया है।
विधानसभा दलगत स्थिति-
कांग्रेस 107,भाजपा— 72,निर्दलीय— 13,बीटीपी— 2,आरएलडी 1,सीपीएम— 2, आरएलपी—3