गहलोत ने कहा कि उनकी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह से बात हुई है। मैंने उन्हें राजस्थान आने को कहा है, साथ ही यह भी बोला है कि आप कोटा आएंगे तो स्थिति समझ जाएंगे। गहलोत ने कहा कि पिछले कुछ सालों के आंकड़ों की बात करें तो जो शिशु मृत्यु दर है उसमें अब कमी आई है। हम यह भी कोशिश कर रहे हैं कि शिशु और मातृ मृत्यु दर को निम्न स्तर पर लेकर आएं।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जो बच्चों के आईसीयू बने हैं, वे हमारी पिछले कार्यकाल में बनाए गए थे और जो जरूरी उपकरण थे, उन्हें अस्पताल में मंगवाया गया, ताकि शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।
सीएम अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि जब प्रदेश में सरकार बदली तो सरकारी अस्पतालों के हालात सुधारे नहीं गए। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 4 से 5 सालों में शिशु मृत्यु दर में कमी आई है और हमारे कार्यकाल में भी यह आंकड़ा काफी नीचे पहुंचा है लेकिन बावजूद इसके हमने किसी तरह की राजनीति नहीं की। सीएम अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि इस घटना की समानता गोरखपुर की घटना से करना गलत है, क्योंकि वहां पर हालात अलग थे।