पूनियां के इस ट्वीट को केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश महामंत्री एवं सांसद दीया कुमारी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सांसद सी.पी. जोशी सहित पार्टी के तमाम सांसदों एवं विधायकों ने ट्वीट कर समर्थन किया। डाॅ. पूनियां द्वारा किए गए ट्वीट को प्रदेशभर में आमजन एवं पार्टी कार्यकर्ताओं ने ट्विटर एवं फेसबुक पर भरपूर समर्थन देकर गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। हैशटैग #गहलोत_कुर्सी_छोड़ो दिनभर ट्विटर पर ट्रेंड करता रहा।
हैशटैग #गहलोत_कुर्सी_छोड़ो के साथ डाॅ. पूनियां ने राज्य सरकार के खिलाफ एक अन्य ट्वीट कर कहा कि राजस्थान सरकार का रिपोर्ट कार्ड देखिए अपराध नियंत्रण में फेल, महिला व दलित सुरक्षा में फेल, कोरोना नियंत्रण में फेल, टिड्डी नियंत्रण में फेल, बेरोजगारी भत्ते देने में फेल, किसान कर्जमाफी में फेल, बिजली की दरें घटाने में फेल, महाफेल मुख्यमंत्री को तुरन्त इस्तीफा देना चाहिए। गहलोत द्वारा प्रदेश के विधायकों को पत्र लिखने पर पलटवार करते हुए पूनियां ने ट्वीट किया उन्होंने लिखा कि माननीय अशोक गहलोत जी आपका पत्र मिला, आपके कांग्रेस के विधायकों के कारण ही यह पत्र आपको लिखना पड़ा है, आपको विस्मृति होती है शायद, लोकतंत्र और नैतिकता के नाम पर कांग्रेस राज में 50 वर्षों में हुई लूट-झूठ, आपातकाल और अनुच्छेद 356 के दुरूपयोग को कैसे भूला जा सकता है।