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Twitter पर ट्रेंड हुए गहलोत : स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में 14 फीसदी पद पुन: सृजित करने की मांग

locationजयपुरPublished: Jun 13, 2021 05:08:44 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

अब अभ्यार्थी कर रहे वर्चुअल आंदोलन

Twitter पर ट्रेंड हुए गहलोत :  स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में 14 फीसदी पद पुन: सृजित करने की मांग

Twitter पर ट्रेंड हुए गहलोत : स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में 14 फीसदी पद पुन: सृजित करने की मांग

जयपुर, 13 जून
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 में सामान्य वर्ग के काटे गए 14फीसदी पद पुन: सृजित किए जाने की मांग को लेकर प्रदेश के युवाओं ने रविवार को ट्विटर पर ‘गहलोत सोए बेरोजगार रोएÓ ट्रेंड कराया क्योंकि शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सुजानगढ़ उपचुनाव में कातर जनसभा में 14 फीसदी पद बढ़ाने का वादा किया था, यदि सुजानगढ़ से मनोज मेघवाल से विजयी होते हैं तो स्कूल व्याख्याताओं की समस्या का समाधान किया जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। शनिवार को कई अभ्यार्थी मनोज मेघवाल से भी मुलाकात की लेकिन उन्हें कोई संतोष्रपद जवाब नहीं मिला। ऐसे में अब रविवार को 14 फीसदी पद यानी 689 पद वृद्धि की मांग को लेकर युवाओं ने एक बार फिर ट्विटर पर कैम्पेन शुरू किया और ‘गहलोत सोए बेरोजगार रोए Ó ट्रेंड कराया। इन युवाओं का कहना था कि उनकी मांग के समर्थन में अब तक सैकड़ों विधायकों ने ट्वीट किए और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिख चुके हैं लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। सैकड़ों विधायकों ने ट्वीट किए हैं, मुख्यमंत्री को लेटर लिख चुके हैं लेकिन सरकार के कान पर अभी तक जूं तक नहीं रेंगी । मजबूर होकर अभ्यर्थियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गहलोत को ट्रेंड करवाना पड़ा ।
बरसात में भीगते हुए दिया धरना
थानागाजी अलवर निवासी केशव बागड़ा नामक बेरोजगार ने बारिश में भीगते हुए अपने दो बच्चों वंशिका और आराध्य शर्मा के साथ मांगों के पोस्टर लिए हुए धरना दिया। अलवर के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों से भी अभ्यर्थी व उनके परिवारजन धरने में जुड़े। केशव बागड़ा का कहना है कि परेशान अभ्यर्थी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेटर लिख चुके हैं, लेकिन सरकार के कान पर अभी तक जूं तक नहीं रेंगी। मजबूर होकर अभ्यर्थियों को यह कदम उठाना पड़ा। इतना ही नहीं इस वचुर्अल आंदोलन में अभ्यार्थियों के साथ उनके परिजन भी शामिल हुए। इन अभ्यार्थियों के बच्चे, पत्नी, बहन आदि ने मांगों के समर्थन में हाथ में पोस्टर लिए हुए फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए।
यह है मामला
स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 का विज्ञापन 13 अप्रैल 2018 को जारी हुआ था। राज्य सरकार ने दो बार परीक्षा स्थगित करके डेढ़ साल बाद में सामान्य वर्ग से 14 फीसदी पद कम करके 10फीसदी ईडब्ल्यूएस और 4 फीसदी एमबीसी को दे दिया। इस कटौती के कारण 689 अभ्यर्थी चयन से वंचित रह गए। इन अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन करके राजस्थान लोक सेवा आयोग ने वेटिंग रैंक जारी भी कर दी है। इन 689 अभ्यर्थियों ने अपना हक पाने के लिए जयपुर में शहीद स्मारक पर लगातार 22 दिन धरना प्रदर्शन किया और शिक्षामंत्री के सकारात्मक आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया। इसके बाद जब सरकार ने पद बढ़ोतरी के आदेश जारी नहीं किए तो अभ्यर्थियों ने सुजानगढ़ में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षामंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कातर जनसभा में हजारों मतदाताओं के सामने स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में काटे गए 14 फीसदी पद पुन: सृजित करने की घोषणा कर दी लेकिन अभी तक 14 प्रतिशत पद वृद्धि की अधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है। इस पद बढ़ोतरी के आदेश जारी किए जाने की मांग को लेकर अभ्यार्थी सोशल मीडिया पर कैम्पेन चला रहे हैं।

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