यही वजह है कि सरकार ने बोर्ड-निगमों के चेयरमैनों को भी सरकार के कामकाज का फीडबैक देने का जिम्मा दिया है। इसी कड़ी में गहलोत सरकार ने 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के जरिए भी अपने कामकाज का फीडबैक लेने की रणनीति बनाई है। इसके लिए 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ चंद्रभान को जिम्मेदारी सौंपी है। सरकार के कामकाज का फीडबैक लेने के लिए बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान प्रदेशभर के दौरे शुरू करने वाले हैं।
20 अप्रेल से जिलों के दौरे पर डॉक्टर चंद्रभान
20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान 20 अप्रैल से जिलों के दौर शुरू कर रहे हैं, जहां पर डॉ चंद्रभान जिला स्तरीय बीसूका समिति के साथ बैठक करके 20 सूत्री कार्यक्रम और सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर फीडबैक लेंगे। साथ ही फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर कितना काम हुआ है उसकी प्रगति रिपोर्ट भी जिला स्तरीय अधिकारियों से लेंगे।
झुंझुनूं से होगी दौरे की शुरुआत
20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष डॉ चंद्रभान अपने दौरे की शुरुआत 20 अप्रैल को झुंझुनूं जिले से कर रहे हैं, जहां वह झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट में 20 सूत्री कार्यक्रम और फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर बैठक लेंगे। डॉ चंद्रभान ने बताया कि दौरे का मकसद यही है कि सरकार ने जो वित्तीय वर्ष 2020-21 21- 22 में जो बजट घोषणा की थी उन पर जिलों में कितना काम हुआ है और जनता को उसका क्या लाभ मिल रहा है, उसका फीडबैक लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि झुंझुनूं के बाद 25 अप्रैल को टोंक जिले में भी बीसूका की बैठक ली जाएगी।
सरकार को सौंपेंगे फीडबैक रिपोर्ट
बताया जा रहा है कि जिलों के दौरे करने के बाद बीसूका उपाध्यक्ष डॉक्टर चंद्रभान सरकार के कामकाज को लेकर जनता के बीच का फीडबैक की रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपेंगे और साथ ही बताएंगे कि सरकार के कामकाज को लेकर जनता में क्या प्रतिक्रिया है।
10 जिलों में ही बीसूका का गठन
हालांकि अभी प्रदेश में 10 ही जिलों में बीसूका क्रियान्वयन समिति का गठन हुआ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस साल की शुरुआत में 10 जिलों के कांग्रेस जिलाध्यक्षों को जिला स्तरीय बीसूका का उपाध्यक्ष नियुक्त कर जिलाध्यक्षों को भी राजनीतिक नियुक्तियों का तोहफा दिया था।