जोखिम लेने की साहस
ऐसे लोग जो सफलता के शीर्ष को छुना चाहते हैं, उन्हें जोखिम लेने के लिए तैयार रहना चाहिए। दरअसल, लोगों के सामने अपनी क्रिएटिविटी को दिखने के लिए आपको जोखिम लेना होगा। हो सकता है आपको इसमें विफलता मिले, लेकिन इसके बाद आपको अपना प्रयास बंद नहीं कर देना चाहिए। कॅरियर के अगले लेवल तक पहुंचने के लिए आपको कुछ नया करना होगा। अपनी क्षमताओं से बढ़कर काम करने के लिए आपको स्वयं को चुनौती देनी होगी। स्वयं को कंफर्ट जोन से बाहर निकालने के लिए आपको नई चुनौतियों के लिए तैयार होना होगा।
अन्य लोगों की बातों में न आएं
अ गर हर कोई व्यक्ति आप पर अपने विचारों को थोपने की कोशिश करता है और वे आपको लीड करते हैं, तो ऐसे लोगों से उचित दूरी बना लें। दरअसल, ऐसे लोग कॅरियर प्रोगे्रस में बाधा डालने का प्रयास करते हैं। इसलिए कॅरियर संंबंधी किसी भी तरह का निर्णय लेना हो तो यह नहीं सोचें कि लोग क्या कहेंगे। अगर लोगों की बातें सुनकर निर्णय लेंगे तो अलग-अलग सुझाव मिलेंगे और ऐसे में सही निर्णय पर पहुंचना मुश्किल होगा। अगर सलाह लेनी हो तो, विषय से संबंधित व्यक्ति की ही लें।
प्रोग्रेस के लिए प्रयास
प्रोग्रेस के लिए आराम एक तरह से शत्रु की तरह होता है। अगले लेवल पर पहुंचने के लिए आपको अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा। अगर आप कॅरियर की एक स्टेज पर आकर बहुत आराम में आ गए तो आपके सीखने की प्रक्रिया भी धीमी हो जाएगी। कॅरियर एक्सपट्र्स के अनुसार यदि आप आगे नहीं बढ़े तो स्वत: ही अन्य लोगों से पिछड़ते चले जाएंगे। अपने लक्ष्यों की अगली मंजिल तक पहुंचने के लिए आराम से बाहर आना होगा।
परिणाम पर ध्यान न दें
आपको अपने प्रयासों पर ध्यान देना होगा, न कि परिणाम पर। हो सकता है कि नया बिजनेस शुरू करने में आपको बेहतर परिणाम न मिलें, ऐसे में यदि आप परिणाम की ओर ध्यान देंगे तो हताश रहेंगे और इसका असर आपके प्रयास पर पड़ेगा। कुछ लोग विफलता मिलने पर हताश होकर आगे के प्रयास करना बंद कर देते हैं। इसी तरह परिणाम की चिंता करते रहने से लक्ष्यों को अर्जित करने की राह भी मुश्किल होती चली जाएगी।
बड़े लक्ष्यों के बारे में सोचें
अगली मंजिल पर पहुंचने के टारगेट को कुछ लोग अगले प्लेनेट पर पहुंचने के समान मान बैठते हैं। इस तरह वे इस बात पर फोकस नहीं कर पाते कि अगली मंजिल को प्राप्त करने के लिए उन्हें वास्तव में क्या चाहिए। इस तरह बड़े लक्ष्यों को अर्जित करने का काम उनके लिए नामुमकिन बनकर रह जाता है। इसलिए बड़े लक्ष्य को एक प्रोसेस की तरह लें और उसे छोटे-छोटे लक्ष्यों में विभाजित करके अर्जित करें। इससे मंजिल लंबी नहीं रहेगी और आप आगे बढऩे के लिए प्रोसाहित रहेंगे।