2013 में भी ऐसा ही हुआ, जब किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) अपने समर्थकों के साथ राजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद बड़ी पार्टियों में टिकट वितरण में असंतोष का फायदा उन्होंने उठाया और बागियों को राजपा से चुनाव लड़वा दिया। इससे कई सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के राजनीतिक समीकरण गड़बड़ाए। हालांकि मोदी लहर के चलते भाजपा को अधिक नुकसान नहीं हुआ, पर कांग्रेस को खास नुकसान हुआ। अब इसी तर्ज पर भारत वाहिनी पार्टी चल पड़ी है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने कहा है वह बड़ी पार्टियों की सूची का इंतजार कर रहे है। दोनों पार्टियों में चार-पांच ‘बॉस’ टिकट चयन कर रहे हैं। इससे राजनीतिक अराजकता का माहौल है। पैसे, संसाधन और सिफारिश वालों को टिकट मिल रहा है। निष्ठावान पीछे रह जाएंगे, ऐसे नेताओं पर हमारा ध्यान है।
यहां भी दिखाया दम
2013 के चुनाव में भरतपुर जिले की नगर, थानागाजी, बसेड़ी व टोड़ाभीम में राजपा दूसरे स्थान पर रही। 04 पर जीती राजपा
राजपा ने 2013 के चुनाव में 134 उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से चार ने जीत दर्ज की, जबकि करीब 20 अन्य स्थानों पर राजपा ने दोनों बड़े दलों को कड़ी टक्कर दी।
2013 के चुनाव में भरतपुर जिले की नगर, थानागाजी, बसेड़ी व टोड़ाभीम में राजपा दूसरे स्थान पर रही। 04 पर जीती राजपा
राजपा ने 2013 के चुनाव में 134 उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से चार ने जीत दर्ज की, जबकि करीब 20 अन्य स्थानों पर राजपा ने दोनों बड़े दलों को कड़ी टक्कर दी।
2013 में ये बड़े बागी जो हो गए राजपा के
– भाजपा से बगावत कर राजपा से नवीन पिलानिया ने चुनाव लड़ा, आमेर से जीते। भाजपा के सतीश पूनिया दूसरे नंबर पर रहे।
– पीपल्दा से रामगोपाल का कांग्रेस ने टिकट काटा, वह राजपा में शामिल हुए। कांग्रेस के प्रेमचंद 21 हजार वोट मिले, चुनाव हारे।
– बांदीकुई से शैलेंद्र जोशी राजपा उम्मीदवार बने। भाजपा की अल्का सिंह ने जोशी से यह चुनाव महज करीब पौने छह हजार वोटों से जीता। कांग्रेस के रामकिशोर सैनी तीसरे स्थान पर चले गए।
– भाजपा ने खानपुर से तत्कालीन विधायक अनिल जैन का टिकट काटा। जैन भी राजपा के साथ आ गए और 33 हजार से अधिक वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
– भाजपा से बगावत कर राजपा से नवीन पिलानिया ने चुनाव लड़ा, आमेर से जीते। भाजपा के सतीश पूनिया दूसरे नंबर पर रहे।
– पीपल्दा से रामगोपाल का कांग्रेस ने टिकट काटा, वह राजपा में शामिल हुए। कांग्रेस के प्रेमचंद 21 हजार वोट मिले, चुनाव हारे।
– बांदीकुई से शैलेंद्र जोशी राजपा उम्मीदवार बने। भाजपा की अल्का सिंह ने जोशी से यह चुनाव महज करीब पौने छह हजार वोटों से जीता। कांग्रेस के रामकिशोर सैनी तीसरे स्थान पर चले गए।
– भाजपा ने खानपुर से तत्कालीन विधायक अनिल जैन का टिकट काटा। जैन भी राजपा के साथ आ गए और 33 हजार से अधिक वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।