इसी के साथ तिवाड़ी ने मांग की है कि अधिकतम आरक्षण का मसला राज्य सरकारों पर छोड़ देना चाहिए। तिवाड़ी ने कहा कि चुनाव से पहले ही उन्होंने वंचित वर्ग के आरक्षण को लेकर सरकार को चेताया था और अगर विधानसभा चुनाव से पहले यह फैसला लिया जाता तो बीजेपी को हार का सामना नहीं करना पड़ता।
राजस्थान में बीजेपी के दिग्गज नेता रहे घनश्याम तिवाड़ी ने भाजपा का साथ छोड़ अपनी खुद की नई पार्टी की घोषणा की थी। तिवाड़ी ने 25 जून 2018 को भाजपा छोडऩे की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी छोडऩे का उन्हें अत्यंत दुख है। भारत वाहिनी पार्टी के गठन के बाद तिवाड़ी ने कहा था कि आज के दिन आपातकाल लगा था। यह दिन मेरे लिए महत्वपूर्ण है।