बदमाश ने वारदात को शातिराना तरीके से अंजाम दिया था। लेकिन आरोपी अपने खौफनाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका। बहरहाल, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रहीं है।
बता दे..मामला झालावाड़ जिले के पगारिया थाना इलाके का है। जहां शनिवार को यह घटना हुई। पुलिस के अनुसार आरोपी बिनायका निवासी बालूसिंह राजपूत एक स्कूल में गया। वहां स्कूल में एक 9 वर्षीय बालिका से कहा कि तुम्हें पापा बुला रहे है। पापा को घर जाकर पाल दो। इस दौरान बालिका का भाई भी आ गया। भाई ने भी बहन को साथ में घर चलने के लिए कहा। इस पर आरोपी ने कहा कि तुम्हारी कोई जरूरत नहीं है। तुम स्कूल में रहो।
इस दौरान स्कूल में आंगनबाड़ी की एक महिला कार्यकर्ता यह वाक्या देख रहीं थी। जब आरोपी ने भाई को साथ जाने से मना किया तो उसे शक हो गया। महिला को शक हुआ कि यह व्यक्ति भाई को ले जाने से क्यों मना कर रहा है। कहीं, यह बालिका के साथ कुछ गलत तो नहीं करना चाहता है।
इसकी पुष्टि करने के लिए आंगनबाड़ी महिला ने तत्काल बालिका के पिता को फोन लगाया। पिता से कहा कि आपने किसी व्यक्ति को स्कूल में बालिका को लेने के लिए भेजा था क्या ?, क्या आपने पाल मंगवाया था ?, इस पर पिता ने मना कर दिया।
बाद में पिता मौके पर आया और इधर, आंगनबाड़ी महिला पीछा करते उस व्यक्ति के ठिकाने पर पहुंच गए। जहां देखा तो वह मकान अंदर से बंद था। दोनों ने बंद मकान के बाहर शोर मचाया तो पड़ोस में रहने वाली प्रियंका जैन कूदकर मकान में गई।
शोर सुनकर आरोपी घबरा गया। आरोपी मकान की रसोई में जाकर छुप गया। इस दौरान बालिका ने मकान का अंदर से बंद दरवाजा खोला। परिजनों ने बालिका को नग्नवस्था में देखा तो पूरा मांजरा समझ आ गया। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी बालिका के साथ दुष्कर्म करना चाहता था। लेकिन सहीं समय पर बालिका को बचा लिया गया। पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत व अन्य धाराओं में आरोपी बालूसिंह राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।