मौत से पहले सोशल मीडिया पर डाले उसके स्टेटस से प्यार में धोखा मिलना बताया, जिससे आत्मदाह के संकेत मिले। हालांकि दूसरे दिन उसके परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए अपने ही गांव के युवा पटवारी के खिलाफ रिपोर्ट दी। इस पर केस दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई के बाद शाम को शव सौंपा।
इससे पहले मंगलवार की रात्रि करीब 8 बजे महिला जिंदा जलने की इत्तला पर जुटे स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास भी किया, लेकिन पेट्रोल की लपटों के आगे वे बेबस रहे। इस बीच, इत्तला पर आनंदपुरी थाने के सीआई दिलीपसिंह और फिर डीएसपी रामगोपाल बसवाल भी मौके पर पहुंचे। शव के पास दो मोबाइल, अंकतालिका और डूंगरपुर निवासी मनोज खराड़ी का आधार कार्ड मिला।
इससे मृतका की पहचान डूंगरपुर के चौरासी थानान्तर्गत गोरादा निवासी 23 वर्षीया मृतका टीना पुत्री शिवलाल हिरात के रूप में हुई। युवती बीएड कर चुकी थी और घर पर उदयपुर में कोचिंग करने के लिए रहना बताकर अपने ही गांव के मनोज खराड़ी के साथ लीव इन रिलेशन में आनंदपुरी आकर छाजा गांव में किराए पर कमरा लेकर रह रही थी। मनोज चांदरवाड़ा पटवार हलके का पटवारी है।
पुलिस ने मौका कार्रवाई के बाद शत प्रतिशत झुलसे शव को रात में आनंदपुरी सीएचसी भिजवाया। दूसरे दिन मृतका के परिजन गोरादा से पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिस के साथ घटनास्थल पर जाकर हालात देखे। इसके बाद मृतका के पिता ने रिपोर्ट दी। इसमें उसने मनोज पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। मामले पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शाम को शव परिजनों को सौंपा।
सीआई दिलीप सिंह के अनुसार पटवारी रात से ही लापता है। उसने छाजा में लिया कमरा घटना से एक दिन पहले ही खाली कर दिया था। जानकारी मिली कि वह युवती से पीछा छुड़ाने के चक्कर में दूसरी जगह कमरे के लिए संपर्क कर रहा था। दूसरी ओर, मृतका का मोबाइल लॉक है। मौत से पहले उसने सोशल मीडिया पर 20-25 स्टेटस डाले थे।
इसमें उदयपुर में कोचिंग के लिए किराए कमरा लेकर रहने का झूठ बोलने पर परिजनों से माफी मांगी। संदेशों में उसने बताया कि वह प्रेमी मनोज के साथ रह रही थी, लेकिन अब वह रखना नहीं चाहता। उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। मामले में हालांकि परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाकर रिपोर्ट देने पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है। जांच से स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।