गीता रोबाट करीब 40 पाउंड वजन यानी करीब साढ़े 18 किलो वजन लेकर चल सकती है। गीता रोबोट को विदेशी बाजार में काफी पसंद किया जा रहा है और लोग इसका इस्तेमाल किराने का सामान, जिम के उपकरण, मीटिंग्स के लिए लैपटॉप व पानी की बोतल लेकर चलने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे आपको पकड़कर या वायर के सहारे लेकर चलने की जरूरत नहीं है। यह हैंड्स फ्री सुविधा से युक्त है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह अपने ओनर के मूवमेंट को देखकर उसके पीछे-पीछे चल सके। इस रोबोट में सेंसर युक्त पांच कैमरे लगाए गए हैं, जिससे यह अपने ओनर को आसानी से पहचान सकता है। इसे इतनी बेहतरी से डिजाइन किया गया है कि यह स्मार्ट फॉलोविंग करते हुए साइडवॉक, पॉथ वे पर चलने में सक्षम है। यह 16 प्रतिशत के एंगल के साथ बने अप स्लोप और डाउन स्लोप पर भी आसानी से चल सकता है। यह किसी भी हार्ड सरफेस पर चल सकता है, लेकिन इससे सीढिय़ां चढऩे की उम्मीद न करें। यह रोबोट विजुअल सेंसर के जरिए आपके मूवमेंट पर नजर रखता है। इसमें लगे ये सेंसर इतनी बेहतरी से काम करते हैं कि यदि कोई बीच में आ जाता है तो भी यह घूमकर अपना रास्ता तय कर लेता है।
यह एसएलएएम यानी साइमलटेनस लोकेलाइजेशन एंड मैपिंग तकनीक पर काम करता है। यह सामने की ओर लगे अपने कैमरों की सहायता से सामने के वातावरण का 3डी मैप तैयार करता है। इसे ब्लूटूथ के जरिए स्मार्टफोन से कनेक्ट किया जा सकता है। पियाजियो फास्ट फॉरवर्ड के को-फाउंडर जैफ्री सैनाफ का कहना है कि यह ऐसा पहला रोबोट है जो एक बच्चे की तरह आपको फॉलो करता है। यह आपके मूवमेंट के आधार पर काम करता है। न इसमें जॉयस्टिक की जरूरत है, न ही भारी तकनीक कमांड और न ही अपनी आवाज से निर्देश देने की जरूरत है। यह सेल्फ बैलेंसिंग रोबोट 35 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकता है। हालांकि इसकी रफ्तार 9.6 किलोमीटर प्रतिघंटे यानी सामान्य तौर पर एक स्वस्थ मनुष्य की चाल तक कम की जा सकती है।
इसमें आपकी प्राइवेसी पूरी तरह सुरक्षित रहती है। गीता रोबोट न तो आपका फोटो न ही वीडियो रिकॉर्ड करता है। आप जब चाहें इसे लॉक या अनलॉक कर सकते हैं। यह ब्लटूथ एनेबल है, ऐसे में इसे निर्देश भी दिए जा सकते हैं। यह बैटरी ऑपरेटेड है, इसमें दिए गए इंडीगेटर के अनुसार आप इसे जरूरत पडऩे पर चार्ज भी कर सकते हैं। एक बार चार्ज करने के बाद यह चार घंटे तक आपके साथ चल सकता है। बैटरी के डिस्चार्ज होने के बाद इसे फिर से महज दो घंटों में रिचार्ज किया जा सकता है। यदि आप यह सोचते हैं कि आपके साथ चलने के दौरान यदि इसे चुराया जा सकेगा तो इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि इसका वजन करीब 23 किलोग्राम है। जब 40 किलोग्राम वजन इसमें रखा जाएगा तो इसे हिलाना डुलाना भी आसान नहीं होगा।
गीता रोबोट से जुड़ी सभी तरह की टेस्टिंग कर ली गई हैं और यह रोबोट 18 नवम्बर से ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगा। गीता रोबोट सफेद के अलावा ऑरेंज, रेड, ग्रे और ब्लू रंगों में उपलब्ध है। गौरतलब है कि इससे पहले भी कारगो रोबोट बनाने के लिए कई कंपनियां प्रयास कर चुकी हैं। वर्ष 2017 में विश्व का पहला सोशल रोबोटा जीबो पेश किया था, जो सफल नहीं रहा। इसके बाद वर्ष 2018 में बोश कंपनी ने कुरी रोबोट पेश किया था, लेकिन कुछ माह बाद यह प्रोजेक्ट भी बंद हो गया।