आवेदक इंडिविजुअल लेवल पर या अधिकतम पांच लोगों की टीम के साथ आवेदन कर सकेंगे। इसमें कॉन्सेप्ट का प्रूफ या प्रोटोटाइप होना जरूरी है, जिसे तकनीकी तौर पर डेमोंस्ट्रेट किया जा सके। ये वर्किंग मॉडल, सॉफ्टवेयर और सिमुलेशन के तौर पर हो सकता है।
टॉप 100 इनोवेटर्स को प्री-इंक्यूबेशन ट्रेनिंग वर्कशॉप में शामिल होने का मिलेगा मौका इन कैटेगरी में कर सकेंगे आवेदन… एग्रीकल्चर हेल्थकेयर
ऑटोमोबाइल वॉटर
क्लीन एंड रिन्युएबल एनर्जी
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स
फूड एंड टेक्नोलॉजी
आईटी (फिनटेक, ट्रेनिंग, सिक्योरिटी)
लाइफ साइंसेज नैनो टेक्नोलॉजी
रोबोटिक्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस
सेनिटेशन टेक्सटाइल
ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक
ऑटोमोबाइल वॉटर
क्लीन एंड रिन्युएबल एनर्जी
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स
फूड एंड टेक्नोलॉजी
आईटी (फिनटेक, ट्रेनिंग, सिक्योरिटी)
लाइफ साइंसेज नैनो टेक्नोलॉजी
रोबोटिक्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस
सेनिटेशन टेक्सटाइल
ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक
इनोवेटर्स को मेंटरिंग और फंडिंग कॉ पीटिशन के तहत चुने जाने वाले टॉप 100 इनोवेटर्स को प्री-इंक्यूबेशन ट्रेनिंग वर्कशॉप में शामिल होने का मौका मिलेगा। रीजनल वर्कशॉप में टॉप 100 इनोवेटर्स को अपने आइडिया का जूरी के सामने लाइव प्रजेंटेशन देने की अपाॅर्च्यूनिटी दी जाएगी। रीजनल राउंड से सलेक्ट होने वाले 20 इनोवेटर्स को ग्रैंड जूरी के सामने डेमो और पिच करने का मौका मिलेगा। इसके विनर्स को गाला अवॉर्ड फंक्शन में नवाजा जाएगा। इसके अलावा इंक्यूबेशन में एक्सेस और इन्वेस्टर्स के साथ नेटवर्किंग, सीरियल एंटरप्रेन्योर से मेंटरशिप और शीर्ष सरकारी अधिकारियों से नेटवर्किंग का मौका मिलेगा। इसके अलावा विभिन्न सरकारी और निजी संस्थाओं से भी सहायता और फंडिंग उपलब्ध कराई जा सकेगी।
-प्रोग्राम के जरिए देश के इनोवेटिव टैलेंट की खोज की जा सकेगी। एआईसीटीई से संबद्ध कॉलेजों के स्टूडेंट्स से ज्यादा से ज्यादा आवेदन की उम्मीद की जा रही है।
प्रो. ए.पी. मित्तल, मेंबर सेक्रेटरी, एआईसीटीई।
प्रो. ए.पी. मित्तल, मेंबर सेक्रेटरी, एआईसीटीई।