नकेल कसने के लिए अत्यधिक बल प्रयोग
वैश्विक देशों में विरोध प्रदर्शनों पर नकेल कसने के लिए अक्सर अत्यधिक बल प्रयोग भी किया जाता है। एक साल में 57 से अधिक देशों की सरकारों ने यह हथकंडा अपनाया, जबकि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून स्थापित करता है कि अत्यधिक बल का प्रयोग तभी किया जाए, जब हालात बेकाबू हो जाएं। चिंताजनक है कि कम से कम 24 देशों में शांतिपूर्वक विरोध करते हुए प्रदर्शनकारियों की जान चली गई। इनमें से ज्यादातर मौतें अमरीकी और अफ्रीकी क्षेत्र में हुईं।
ऑनलाइन पहुंच को नियंत्रित करती हैं सरकारें
वैश्विक सरकारों ने कोरोना महामारी का उपयोग विरोध के अधिकार सहित मौलिक स्वतंत्रता को और प्रतिबंधित करने के बहाने के रूप में किया है। आलोचनात्मक आवाजों को दबाने के लिए वैश्विक सरकारें ऑनलाइन पहुंच को नियंत्रित कर रही हैं। विभिन्न देशों में विरोध की योजना बनाते समय आयोजकों को डराने-धमकाने, उत्पीड़न और निगरानी का सामना करना पड़ता है और कभी-कभी प्रदर्शन से ठीक पहले उन्हें नजरबंद कर लिया जाता है। आंदोलन से पहले लगे ऐसे प्रतिबंध, भय और हिंसा का माहौल बनाकर लोगों को शांतिपूर्ण विरोध करने के अपने अधिकार का प्रयोग करने से हतोत्साहित करते हैं।