राज्यपाल ने कहा कि भारत एक विकासशील देश है, जिसे विकसित देश बनाने की जिम्मेदारी युवाओं की अधिक है। उन्होंने युवाओं से कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का वे उत्तरदायित्व समझे। साथ ही ज्ञान को उन तक पहुंचाने का प्रयास करें, जिन्हें किसी कारण उच्च शिक्षा के अवसर नहीं मिले हैं। वहीं, दीक्षांत समारोह की शुरूआत में एमएनआईटी के निदेशक उदयकुमार आर. यारागट्टी ने संस्थान से जुड़ी जानकारी दी और वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। समारोह में स्नातक स्तर पर 708 डिग्रियां, स्नातकोत्तर स्तर पर 402 डिग्रियां प्रदान की गई और पहली बार डॉक्टरेट स्तर पर 107 उपाधियां शोधार्थियों को दी गई।