सोने की मांग डॉलर से ज्यादा
अधिकांश देशों के केंद्रीय बैंकों ने अपने रिजर्व को डॉलर की जगह सोने में बदलना शुरू कर दिया है। मोतीलाल ओसवाल के किशोर नारने ने कहा कि सोने में अभी तेजी का रुख बना रहेगा। उन्होंने बताया कि ग्लोबल अर्थव्यवस्था में सभी फेक्टर्स सोने के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं।
अधिकांश देशों के केंद्रीय बैंकों ने अपने रिजर्व को डॉलर की जगह सोने में बदलना शुरू कर दिया है। मोतीलाल ओसवाल के किशोर नारने ने कहा कि सोने में अभी तेजी का रुख बना रहेगा। उन्होंने बताया कि ग्लोबल अर्थव्यवस्था में सभी फेक्टर्स सोने के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं।
gold d cross 40 thousand on Diwali” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/08/03/gold_ki_taskari_2412364_835x547-m_4925321-m.jpg”>एक साल में 18 फीसदी रिटर्न
सोना ने निवेशकों को खुश कर दिया है। पिछले एक साल में सोने ने 18 फीसदी रिटर्न दिया है। यदि 2019 की बात करें तो इस साल सोने ने 12 फीसदी रिटर्न दिया है।
सोना ने निवेशकों को खुश कर दिया है। पिछले एक साल में सोने ने 18 फीसदी रिटर्न दिया है। यदि 2019 की बात करें तो इस साल सोने ने 12 फीसदी रिटर्न दिया है।
शेयर बाजार ने किया निराश जून में सोने में जो तेजी शुरू हुई, जुलाई आते-आते सभी रेकॉर्ड टूट गए। सोना अपने लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया। दूसरी ओर, शेयर बाजार में बजट के बाद से गिरावट है, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है। फिलहाल बाजार की गिरावट से निराश हैं तो सोने में पैसा लगाकर घाटा बैलेंस कर रहे हैं।
सोने में तेजी के 5 कारण
– सोने में जा रहा इक्विटी मार्केट का निवेश – दुनियाभर के केंद्रीय बैंक खरीद रहे सोना
– आयात शुल्क में वृद्धि – वैश्विक तनाव और ट्रेड वॉर
– वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत
– सोने में जा रहा इक्विटी मार्केट का निवेश – दुनियाभर के केंद्रीय बैंक खरीद रहे सोना
– आयात शुल्क में वृद्धि – वैश्विक तनाव और ट्रेड वॉर
– वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत
अगस्त में सोने का आउटलुक मजबूत दिख रहा है। आगे अमरीका में ब्याज दरें घट सकती है। डॉलर में कमजोरी आने का फायदा सोने को मिलेगा। -कैलाश मित्तल, अध्यक्ष, सर्राफा टे्रडर्स कमेटी