अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई जोरदार तेजी और घरेलू सर्राफा बाजारों में शादियों की मांग निकलने से सोमवार को सोने के दामों में नया रिकॉर्ड बनाया।
ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचे सोने के दाम, शादियों के सीजन में लोगों को झटका
Gold Price : अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई जोरदार तेजी और घरेलू सर्राफा बाजारों में शादियों की मांग निकलने से सोमवार को सोने के दामों में नया रिकॉर्ड बनाया। सोने के दाम 500 रुपए उछलकर 58,200 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए। इसी तेजी के साथ सोना एक बार फिर अपने उच्चतम स्तर पर आ गया है। दूसरी तरफ, चांदी के दाम भी 1500 रुपए उछलकर 71 हजार का आंकड़ा पार करते हुए 71,400 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर गोल्ड की कीमत सोमवार सुबह 56,501 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गई थी और इस तरह इसने बाजार खुलते ही 56,500 रुपये का लेवल पार कर लिया था। एमसीएक्स पर चांदी भी 70,000 रुपए के लेवल को पार कर चुकी है।
क्यों आ रही सोने और चांदी में तेजी नए साल के शुरुआत से ही सोने-चांदी के दाम में बढ़ोतरी जारी है। विदेशी बाजारों में अच्छी स्थिति के कारण घरेलू बाजार में सोने की कीमत में अच्छा उछाल देखने को मिला है। जानकारों का भी मानना है कि सोना और चांदी इस साल मार्च तक और ज्यादा उछाल के साथ ऑलटाइम हाई लेवल पर बने रह सकते हैं।
भारत में सोने की मांग और खपत ज्यादा गौरतलब है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक देशों में है। मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है। मात्रा के हिसाब से भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है। फिलहाल, घरेलू बाजार में 10 ग्राम सोने का भाव 56,000 रुपये के पार चल रहा है। कोविड-19 महामारी की एक और लहर की आशंका के बीच सोने के भाव लगातार तेजी जारी है। इसके साथ ही निवेशक फिर से सोने में निवेश को फायदे का सौदा मान रहे हैं। यही कारण है कि सोने के आयात के साथ ही फिजिकल सोने और गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ा है। विशेषज्ञ भी इसे सोने में निवेश का बेहतर समय बता रहे हैं।
दूसरा सबसे बड़ा आयातक है भारत सोने के खपत के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। देश में सोने की जितनी खपत होती है उसका अधिकांश हिस्सा विदेशों से आयात होता है। सोने के कुल आयात में से 44 फीसदी स्विट्ज़रलैंड और 11 फीसदी सयुंक्त अरब अमीरात से खरीदा जाता है। पिछले कुछ साल के दौरान किसी भी वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सोने के आयात के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2014-15 में अक्तूबर से दिसंबर के दौरान 339.3 टन सोने का आयात हुआ था।
2023 में 64,000 तक जा सकते हैं दाम आर्थिक अनिश्चितता के बीच RBI जैसे दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने सोने का भंडार बढ़ाया है। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक, केंद्रीय बैंकों की तरफ सोने की खरीदारी बढ़ना सकारात्मक संकेत है। इससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिलेगा। अजय केडिया ने कहा कि 2023 में सोना 64,000 रुपए तक पहुंच सकता है।