नई जांचों का शुल्क क्या रखा जाएगा इसके लिए कलक्टर से मंजूरी ली जाएगी। इसके साथ ही बीते छह माह में अस्पताल में हुए विकास कार्यों पर खर्च हुए बजट का अनुमोदन कराया जाएगा।
जयपुरिया अस्पताल को अब एसएमएस अस्पताल के विकल्प के तौर पर राज्य सरकार तैयार कर रही है। यहां मरीजों के लिए सीटी स्कैन और एमआरआई जांच सुविधाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं और जल्द ही यहां कैथ लैब भी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही अस्पताल प्रशासन अब आउटडोर रजिस्ट्रेशन भी घर बैठे ही मरीजों को करने की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है।
जयपुरिया अस्पताल को अब एसएमएस अस्पताल के विकल्प के तौर पर राज्य सरकार तैयार कर रही है। यहां मरीजों के लिए सीटी स्कैन और एमआरआई जांच सुविधाएं पहले ही शुरू हो चुकी हैं और जल्द ही यहां कैथ लैब भी शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही अस्पताल प्रशासन अब आउटडोर रजिस्ट्रेशन भी घर बैठे ही मरीजों को करने की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है।
मौजूदा समय में सवाई मानसिंह अस्पताल पर मरीजों का दवाब लगातार बढता जा रहा है। ऐसे में सरकार जयपुरिया अस्पताल को एसएमएस अस्पताल के विकल्प के तौर पर विकससित करने के लिए तेजी से काम कर रही है। लिहाजा आने वाले दिनों में कैथ लैब शुरू होने के साथ ही इमरजेंसी आॅपरेशन थिएटर भी शुरू करने की तैयारियां की जा रही है।
वहीं अस्पताल में अब पांच सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं और हाल ही में पेन क्लिनिक शुरू कर दी गई है। अस्पताल अधीक्षक डॉ रेखा सिंह का कहना है कि आने वाले छह महीने में मरीजों को आसानी से इलाज मिले इसके लिए एक दर्जन से ज्यादा सुविधाएं बढाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। वहीं पार्किंग के लिए भी नई व्यवस्था की जाएगी।