ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि गुप्त नवरात्र सोमवार को शुरू होंगे, जो अगले सोमवार तक रहेंगे। शुक्रवार को पंचमी और षष्ठी एक दिन आएगी। ऐसे में नवरात्र आठ दिन के रहेंगे। इस बीच 6 दिन करीब 9 योग रहेंगे। 26 जून को कुमार योग, रवि योग और सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। आठ दिन साधक गुप्त स्थान या एकांत पर रहकर साधना करेंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि गुप्त नवरात्र में देवी मां हाथी पर बैठकर आएगी और भैंसे पर विदा होगी। देवी का हाथी पर आगमन होने से बारिश में अधिक पानी बरसने की संभावना रहेगी और भगवती की विदाई भैंसे पर होगी, जिससे रोग में वृद्धि होगी।
ज्योतिषाचार्य शालिनी सालेचा ने बताया कि देवी भागवत पुराण के अनुसार वर्ष में 4 बार नवरात्र आते हैं। जिस प्रकार नवरात्र में देवी के 9 रूपों की पूजा होती है, ठीक उसी प्रकार गुप्त नवरात्र में 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। गुप्त नवरात्र विशेष कर तांत्रिक, शक्ति साधनाएं, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्व रखते है।
गुप्त नवरात्र में ये रहेंगे संयोग
— 23 जून को त्रिपुष्कर योग सुबह 5.38 बजे से 11.20 तक रहेगा। इसी दिन राजयोग दोपहर 1.33 बजे शुरू होगा, जो 24 जून को सुबह 10.15 बजे तक रहेगा।
— 24 जून को रवि योग दोपहर 1.10 बजे से 25 जून को दोपहर 12.27 बजे तक रहेगा।
— 26 जून को कुमार योग सुबह 5.39 बजे से सुबह 11.26 बजे तक रहेगा, इसीदिन रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग 11.26 बजे शुरू होंगे, जो सम्पूर्ण दिन रहेंगे।
— 27 जून को रवि योग सुबह 10.11 बजे तक रहेगा। इसी दिन त्रिपुष्कर योग सुबह 10.11 बजे से रात 2.54 बजे तक रहेगा।
— 28 जून को सर्वार्थसिद्धि योग सुबह 5.39 बजे शुरू होगा, जो सम्पूर्ण दिन—रात रहेगा, इस दिन अमृतसिद्धि योग सुबह 8.46 बजे शुरू होगा, जो सम्पूर्ण दिन रहेगा।
— 29 जून को रवि योग सुबह 7.14 बजे से सम्पूर्ण दिन—रात रहेगा।