कई स्कूल पाठय पुस्तक मंडल और नोडल केन्द्र से छात्र संख्या से अधिक किताबें ले जाते हैं, जिसकी वजह से दूसरे स्कूलों की किताबों की संख्या गड़बड़ा जाती है। सालभर विद्यार्थियों को पूरी किताबें नहीं मिल पाती है। जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित होती है।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा नथमल डिडेल ने किताबें पूरी मिलने के संबंध में संस्था प्रधान, नोडल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाण पत्र मांगा है। प्रमाण पत्र में उन्हें बताना होगा कि शैक्षिक सत्र 2018—19 के लिए कक्षा 1 से 8 व कक्षा 9 से 12 के लिए नि:शुल्क पाठयपुस्तकें मिल गई हैं। पाठय पुस्तकें शाला दर्पण पर नामांकन संख्या के अनुसार मिली हैं। किताबों की संख्या भी पूरी है।
शिक्षा सत्र पिछले माह ही शुरू हो गया था, लेकिन अभी तक स्कूलों में किताबें नहीं पहुंची हैं। अब ग्रीष्मावकाश के बाद 19 जून से फिर से स्कूल शुरू होने हैं। ऐसे में बिना किताबों के ही सत्र शुरू होगा। बोर्ड की सभी कक्षाओं के भी परिणाम आ गए हैं, विद्यार्थी आगामी कक्षाओं में प्रवेश लेंगे और किताबें अभी तक स्कूलों में पूरी पहुंची ही नहीं हैं।