स्कूलों की कठपुतली बन रही सरकार
जयपुरPublished: Jul 23, 2021 08:14:41 pm
स्कूल खोलने के निर्णय पर बोला संयुक्त अभिभावक संघपहले बच्चों का वेक्सिनेशन करवाए सरकारस्कूल हर बच्चे के स्वास्थ्य की लिखित गारंटी और जिम्मेवारी ले
स्कूलों की कठपुतली बन रही सरकार
जयपुर, 23 जुलाई
राज्य सरकार (State Govt.) की ओर से स्कूल खोले जाने को लेकर लिए गए फैसले पर अभिभावकों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। संयुक्त अभिभावक संघ ने कहा कि सरकार ने प्रदेश की जनता के प्रति अपनी निष्ठा को निजी स्कूलों के आगे गिरवी रखकर ना केवल छात्रों के भविष्य से साथ खिलवाड़ करने की साजिश रची है बल्कि उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों के जीवन को भी संकट में डाल दिया है। संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने निजी स्कूलों के दबाव में आकर उनकी कठपुतली बन एकतरफा फैसला तो कर दिया लेकिन पिछले चार.पांच दिनों में अन्य राज्यों की गतिविधियों को गंभीरता से नहीं लिया। पांडुचेरी ने पांच दिनों पहले 20 बच्चों के कोरोना संक्रमित आने पर स्कूलों को फिर से बंद करने की घोषणा करनी पड़ी। वहीं मध्यप्रदेश सरकार ने भी हालात को गम्भीर समझते हुए स्कूल नहीं खोलने का निर्णय लिया। इसके बाद भी सरकार ने निजी स्कूलों के दबाव में स्कूल खोलने का निर्णय लिया। संयुक्त अभिभावक संघ ने पिछले चार दिनों से राज्य सरकार से मांग कर रहा है कि अगर स्कूल खोलना चाहते हैं तो बेशक खोल दें लेकिन इससे पूर्व राज्य सरकार और स्कूल संचालक हर बच्चे के स्वास्थ्य की लिखित गारंटी और जिम्मेदारी ले। फिर भी हर बार की तरह इस बार भी प्रदेश के 2 करोड अभिभावकों की मांगों को दरकिनार कर 35 हजार निजी स्कूलों के दबाव में आकर राज्य सरकार ने स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है।
संघ के प्रदेश महामंत्री संजय गोयल ने कहा कि राज्य सरकार की जिम्मेदारी जितनी निजी स्कूलों को संरक्षण देने की है उतनी ही जिम्मेदारी और जवाबदेही अभिभावकों के प्रति भी है। बेशक निजी स्कूल सरकार को फंड उपलब्ध करवाते हैं तो सरकार यह ना भूले अभिभावक वोट और टैक्स दोनों देता है। जब तक राज्य सरकार और स्कूल प्रत्येक बच्चों के स्वास्थ्य की लिखित गारंटी और जिम्मेवारी नही लेगी प्रदेश का अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। उन्होंने कहा कि डेल्टा वायरस को लेकर किए जा रहे दावे को भी दरकिनार किया जा रहा है।