उन्होंने कहा कि मां करणी मंदिर निजी प्रन्यास की ओर से महाविद्यालय के लिए भूमि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जब भी इस कॉलेज का नामकरण करने का निर्णय किया जाएगा, मां करणी के नाम पर ही महाविद्यालय का नाम रखा जाएगा।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शालिनी मूलचन्दानी ने बताया कि बीए प्रथम वर्ष में हिंदी, राजनीतिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल तथा गृह विज्ञान विषय में कुल 150 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है। महाविद्यालय में समुचित संसाधन एवं उपकरणों से सुसज्जित भूगोल एवं गृह विज्ञान की प्रयोगशालाओं का भी उद्घाटन किया गया।
दौसा में संस्कृत कॉलेज अपग्रेड
दौसा जिला मुख्यालय पर राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय को आचार्य में क्रमोन्नत किया गया है। इस मौके पर संस्कृत एवं तकनीकी शिक्षा, राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि शिक्षा से ही व्यक्ति, समाज, व क्षेत्र का विकास संभव है।