प्रतिनिधिमंडल में शामिल करौली जिले के प्रभारी मंत्री अशोक चांदना,सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और विधायक रमेश मीणा ने परिवार को राज्य सरकार की ओर से 10 लाख रूपए की सहायता राशि का चैक और पारिवारिक सदस्य को संविदा पर नौकरी के दस्तावेज सौंपे।
साथ ही पीड़ित परिवार के खेत में बोरिंग लगाने और बिजली कनेक्शन देने की मांग को मौके पर तत्काल मंजूर कर लिया गया।पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए चार पुलिसकर्मियों का जाब्ता भी तैनात किया गया है।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मौके पर धरना लगा कर बैठे लोगों से समझाइश करते हुए आग्रह किया कि किसी भी स्थिति में सामाजिक सौहार्द्र नहीं बिगड़ने दें।पीड़ित परिवार को किसी भी तरह की परेशानी भविष्य में नहीं होगी इसके लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है। प्रतिनिधिमंडल के आश्वासन के बाद लोग धरना उठाने को तैयार हो गए।