वर्ष 2021-22 के आम बजट में सरकार ने नई टैक्स व्यवस्था लागू की थी और लोगों को टैक्स छूट वाली पुरानी व्यवस्था या बिना छूट व कम टैक्स स्लैब वाली नई टैक्स व्यवस्था में से किसी एक को चुनने का विकल्प दिया गया था। जून तिमाही में केंद्र सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 40 बढ़कर 5 लाख करोड़ रुपए रहाए जो पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लक्ष्य का करीब 35 फीसदी है। डायरेक्ट टैक्स रिफंड भी 38 फीसदी बढ़कर 67,000 करोड़ रुपए रहा। सरकार का इरादा ऐसी टैक्स प्रणाली स्थापित करने का हैए जिसमें किसी तरह की रियायतें न हों।
पर्सनल टैक्स कलेक्शन कॉरपोरेट से अधिक रहा अप्रेल-ण्जून 2022 के बीच केंद्र का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन इस बार कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन से अधिक रहा है। इस दौरान पर्सनल टैक्स कलेक्शन 2,67 लाख करोड़ रुपए रहाए जो पिछले साल की समान अवधि से 52 फीसदी ज्यादा है। कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा 2,22 लाख करोड़ रुपए रहाए जो पिछले साल से 34 फीसदी अधिक है। सरकार की सख्ती और कंप्लायंस से जुड़े उपायों से टैक्स कलेक्शन बढ़ा है।
इसलिए घटा कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन