इसके साथ ही सीएम गहलोत ने समाज के लोगों से इस काम में बढ़ चढ़कर सहयोग करने की अपील भी की है। शिलान्यास कार्य़क्रम में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली भी शामिल हुए।
हॉस्टल के लिए अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एससी-एसटी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस वर्गों के कॉलेज विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना भी शुरू की गई है।
समाज के कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए डॉ. बी. आर. अंबेडकर एससी-एसटी उद्यमी प्रोत्साहन विशेष पैकेज, इन्क्यूबेशन सेंटर सहित कई योजनाएं लागू की गई है। प्रदेश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, स्वच्छकार, अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के करीब 775 छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है। इनसे 36 हजार से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
गरीब परिवारों को बच्चों को मिल ही है अंग्रेजी स्कूलों में शिक्षा
सीएम ने कहा कि बच्चों को उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी स्कूल खोले गए हैं। लोगों में इनके प्रति खासा उत्साह है। प्राइवेट स्कूलों के बड़े खर्च को वहन करने में असमर्थ गरीब परिवारों के बच्चों को इन विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि आज के समय में नॉलेज ही पावर है।
जो वर्ग पढ़ेगा-लिखेगा, वह आगे बढ़ेगा। वहीं चिकित्सा सुविधाओं को लेकर सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश की जनता को इलाज के भारी-भरकम खर्च से चिंतामुक्त करने की दिशा में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की है। हमारा प्रयास है कि एक भी परिवार इस योजना में पंजीकरण से वंचित नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि अब तक करीब 6 लाख 75 हजार लोग इस योजना के जरिए लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। शिलान्या कार्यक्रम में जोधपुर से रीको के स्वतंत्र निदेशक सुनील परिहार, जोधपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र सिंह सोलंकी, जोधपुर संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा, जिला कलक्टर, हिमांशु गुप्ता, राजस्थान मेघवाल परिषद् के पदाधिकारी शामिल हुए।