संघ का कहना है कि पिछले दिनों शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा कह चुके हैं कि जब तक स्कूल बंद हैं। कोई शैक्षणिक कलेंडर जारी नहीं किया गया है तो स्कूल किस बात की फीस ले रहे हैं। मंत्री का ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हुआ।
भारतवर्षीय अभिभावक संघ के प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू का कहना है कि सभी वर्ग प्रभावित हुए हैं। अभिभावकों के रोजगार पर भी इसका असर पड़ा है। संघ ने राज्य सरकार से मांग की है कि सबसे पहले निजी स्कूल संचालकों पर लगाम लगते हुए फीस मांगने वाले स्कूलों पर एक्शन लेते हुए उन्हें बंद करने की कार्यवाही की जाए। साथ ही निजी स्कूलों पर सख्ती के लिए एक कमेटी का गठन कर अभिभावकों को अपमानित एवं प्रताड़ित करने वाले स्कूल संचालकों पर क़ानूनी कार्यवाही की जाए।