विधायक रामलाल ने आरोप लगाया कि अल्पकालीन ऋण के प्रावधान पहले भी थे लेकिन इस सरकार ने निर्धारित समय पर किसानों को ऋण उपलब्ध नहीं कराया जब किसान ने कर्ज लेकर अपने काम निकाल लिए तब अवधि निकलने के बाद अल्पकालीन ऋ़ण बांट रही है। हालात ऐसे है कि जिसे डेढ़ लाख का ऋण चाहिए उसे 50 हजार, एक लाख वाले को 40 हजार और 50 हजार की डिमांड करने वाले किसान को 10 रुपए के अल्पकालीन ऋण दे रही है।
भाजपा विधायक रामलाल ने आरोप लगाया कि सीआरएफ फंड के पैसे के लिए सरकार को 15 अक्टूबर तक गिरदावरी कंपलीट करके प्राकृतिक आपदा रिपोर्ट केन्द्र को भेजनी थी, लेकिन अभी तक गिरदावरी ही पूरी नहीं हुई है। सरकार की ढिलाई से किसानों को केन्द्र सरकार से मिलने वाले लाभ से वंचित कर किया है।