जलदाय विभाग की सूचना के अनुसार शहर में सर्वाधिक सरकारी टैंकर सप्लाई वाले इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है जहां हाईड्रेंट पर आॅटो डिस्पेंसर लगाया जाना है। नए सिस्टम में टैंकर चालक को विभाग की ओर से एटीएम की तरह एक स्मार्ट कार्ड जारी होगा जिसे हाईड्रेंट पर लगे आॅटो डिस्पेंसर की स्वाइप मशीन पर स्वाइप करने पर ही डिस्पेंसर टेंकर में पानी भरेगा। बीते दिनों हाईड्रेंट पर आॅटो डिस्पेंसर लगाने का प्रजेंटेशन भी निजी फर्म दे चुकी है जिस पर विभाग के आला अफसरों ने मौखिक स्वीकृति भी दी है। आला स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद विभाग इस संबंध में टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा।
गौरतलब है कि विभाग बीते सोमवार से सरकारी टैंकरों के पानी की कालाबाजारी पर रोक लगाने व वितरण हुए टेंकरों की सख्त निगरानी के लिए मोबाइल ओटीपी नंबर उपभोक्ता के मोबाइल पर जारी करने की कार्रवाई खोनागोरियान से शुरू कर चुका है। अब हाईड्रेंट पर आॅटो डिस्पेंसर लगने पर हाईड्रेंट से भरे जा रहे प्राइवेट टेंकरों पर सख्ती से रोक लगाई जा सकेगी वहीं टैंकर ट्रिप का भी पुख्ता रिकॉर्ड विभाग के पास मौजूद रहेगा जिसके सत्यापन के बाद ही टैंकर आपूर्ति फर्म को टैंकर ट्रिप का भुगतान विभाग करेगा।
इनका कहना है— टैंकर सप्लाई को लेकर कई तरह की शिकायतें विभाग को मिलती है। इसलिए कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं। निशुल्क वितरण का पानी जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध हो सके इसके इंतजाम किए जा रहे हैं। दिनेश कुमार सैनी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जयपुर रीजन द्वितीय, जलदाय विभाग