रसायनाें के उपयाेग से बुरा असर
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया का कहना है कि खेती में रासायनिक उर्वरकों, खरपतवार नाशकों और कीटनाशकों का प्रयोग बढ़ रहा है जो कि भूमि के साथ ही मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। इसको रोकने के लिए और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार लगातार कोशिश कर रही है। इस कड़ी में किसानों को जैविक खेती के लिए जागरूक करने के लिए जैविक रथ रवाना किया गया। कृषि मंत्री कटारिया का कहना है कि राज्य में योजनान्तर्गत के तहत वर्ष 2019-20 में राज्य स्तर पर जैविक खेती प्रोत्साहन के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन किसानों को पुरस्कार दिया जाएगा।
एक-एक लाख रुपए का पुरस्कार इस योजना के तहत पिछले पांच सालों से जैविक खेती पद्धति से कृषि-उद्यानिकी फसलों के जरिए पैदावार करने वाले काश्तकार इसके लिए पात्र हैं। कृषि मंत्री ने बताया कि किसान अपना आवेदन प्रपत्र अपने संबंधित जिले के उपनिदेशक कृषि (विस्तार) कार्यालय से निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन प्रपत्र की पूर्ति कर संबंधित जिला कार्यालय में 30 सितम्बर तक व्यक्तिशः या फिर डाक के जरिए उसे जमा करवा सकते हैं। किसान इस योजना के दिशा-निर्देश, पात्रता का विस्तृत विवरण जिला कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। राजस्थान कृषि विभाग की विभागीय वेबसाइट www.krishi.rajasthan.gov.in से भी इस बारे में डाउनलोड की जा सकती है। पुरस्कार चयन राज्य स्तरीय समिति के माध्यम से होगा। चयनित काश्तकार को एक लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।