अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने बताया कि पैराटीचर्स को नियमितिकरण करने के संबंध में बजट घोषणा के अनुसार राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदाकर्मियों की समस्याओं के निराकरण के लिए ऊर्जा मंत्री बुलाकीदास कल्ला की अध्यक्षता में मंत्रीस्तरीय समिति का गठन किया गया है तथा समिति द्वारा विभाग को जो जानकारी मांगी गई थी, वह जानकारी भी दे दी गई गई है। मुख्यमंत्री ने मॉडल मदरसें बनाने के लिए 10 करोड़ की राशि स्वीकृत की है, जो भी मदरसा मॉडल मदरसे बनने के लिए आवेदन करेगा, विभाग उसकी मदद करेगा।
राजस्थान मदरसा बोर्ड से पंजीकृत मदरसों में वर्ष 2001 से विभिन्न चरणों में नियुक्ति पश्चात वर्तमान में कुल 5897 शिक्षा सहयोगी कार्यरत है। शिक्षा सहयोगियों को चरणवार नियुक्ति के आधार पर न्यूनतम 7602 रुपए व अधिकतम 9475 रुपए का मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने चरणवार नियुक्ति व मानदेय विवरण सदन में रखा।
मंत्री ने बताया कि कि राजस्थान मदरसा बोर्ड द्वारा पंजीकृत मदरसों में शिक्षा सहयोगी संविदा के आधार पर लगाए जाते हैं। वर्तमान में मदरसा बोर्ड में पैराटीचर्स की कोई भर्ती प्रक्रियाधीन व प्रस्तावित नहीं है। राजस्थान मदरसा बोर्ड द्वारा पंजीयन की शर्तें पूर्ण नहीं करने के कारण कुल 661 मदरसे अपंजीकृत (डीरजिस्टर्ड) किए जा चुके है। उन्होंने इसका विवरण सदन के पटल पर रखा।