गृह मंत्री अमित शाह को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए और इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट से कराने चाहिए। इस मामले में देश भर में कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन भी किए जाएंगे।
डोटासरा ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जनता के वोट से जीती सरकार सबके फोन टेप करवा रही है, मोदी सरकार ने लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर हमला किया है। इजराइल की कंपनी पेगासस की ओर से नेताओं, ब्यूरोक्रेट्स, जजों और पत्रकारों की जासूसी कराई गई है, जिससे साफ है कि सरकार सभी की निजता का उल्लंघन कर रही है।
22 जुलाई को राजभवन का घेराव
पीसीसी चीफ ने कहा कि पेगासस मामले में प्रदेश कांग्रेस की ओर से 22 जुलाई को राजभवन का घेराव कर राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर मोदी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की जाएगी।
अपने मंत्री- नेताओं की भी जासूसी करवा रही मोदी सरकार
पीसीसी चीफ ने कहा कि मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जासूसी करवा रही है तो वहीं हैरत की बात यह है कि अपने ही केंद्रीय मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और स्मृति ईरानी की भी जासूसी करवा रही थी। उन्होंने कहा कि अभी और लिस्ट आना बाकी है इससे पता चलेगा कि और कितने लोगों की जासूसी करवाई गई है।
मंत्रिमंडल से हटाए गए नेताओं की भी जासूसी
पीसीसी चीफ ने कहा कि इस बात में कोई शक नहीं कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रिमंडल से हटाए गए अपने ही मंत्रियों की भी जासूसी करवाई थी, कई मंत्री सरकार की कार्य प्रणाली से खुश नहीं थे। यह सच भी अब जनता के सामने आना चाहिए कि आखिर मंत्रियों को हटाने का क्या आधार था ।
न्यायपालिका के फैसले पर भी सवाल
पीसीसी चीफ ने कहा कि जिस तरह से जजों के फोन टेप किए गए हैं उससे अब न्यायपालिका के फैसले पर भी सवाल उठने लगेंगे, इस देश में अब किसी भी निजता सुरक्षित नहीं, सबकी निजता भंग हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट के जज और मुख्य चुनाव आयुक्त के भी फोन टेप हो सकते हैं तो फिर ईवीएम भी हैक हो सकती है।
निजता भंग करना देशद्रोह
पीसीसी चीफ ने कहा कि लोगों की निजता भंग करना किसी देशद्रोह से कम नहीं है, इस पूरे कांड में मोदी-शाह की मिलीभगत है, इसलिए इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जरिए होनी चाहिए जिससे सच्चाई सामने आ सके, साथ ही प्रधानमंत्री को गृह मंत्री शाह को मंत्रिमंडल से बाहर कर देना चाहिए और खुद को भी जांच के दायरे में लाना चाहिए। गौरतलब है कि इजरायली कंपनी पेगासस के सॉफ्टवेयर के जरिए देश के नेताओं, ब्यूरोक्रेट्, और पत्रकारों और जजों की जासूसी कराए जाने की मामले सामने आने के बाद देश में हड़कंप मचा हुआ है।
माकन के आने से सत्ता-संगठन में बेहतर तालमेल
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सिद्धू की ताजपोशी के बाद एक पत्रकार के ट्वीट को रिट्वीट कर चर्चा में आए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन के रिट्वीट मामले में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा बचाव की मुद्रा में नजर आए। पीसीसी चीफ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रभारी माकन ने तो मुख्यमंत्री के ट्वीट को भी रिट्वीट किया है और पत्रकार के ट्वीट को भी रिट्वीट किया है।
यह अजय माकन ही बेहतर बता सकते हैं कि उनका संदर्भ क्या था।डोटासरा ने कहा कि माकन नाराज नहीं है और ना ही असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि वे आते हैं तो पार्टी मजबूत होती है। माकन के आने के बाद सत्ता और संगठन में जो तालमेल राजस्थान में हुआ वह एक मिसाल है।
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में पार्टी में कोई पेंच नहीं है और पूरी पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट है। राजनीतिक नियुक्तियों पर डोटासरा ने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है जो जारी है। जो भी कर्मठ कार्यकर्ता हैं उन्हें जल्द भागीदारी मिलेगी।