राजस्थान: फिर आमने-सामने शिक्षा मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री, जानें 'डोटासरा V/S देवनानी' पर ताज़ा अपडेट
शिक्षा व्यवस्था पर फिर आमने-सामने शिक्षा मंत्री, पूर्व शिक्षा मंत्री, देवनानी ने साधा डोटासरा पर निशाना- ‘वार’ पर किया ‘पलटवार’, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के बयान पर साधा निशाना, विगत दो वर्षों में प्रदेश का शैक्षणिक स्तर पर जताई चिंता, परिणाम और हर वर्ष के बढ़ने वाले नामांकन गिरने का किया ज़िक्र, - विद्यालयों के सुधारों को बताया अघोषित आपातकाल लगने जैसा, डोटासरा ने कल केंद्र की नई शिक्षा निति को ठहराया था गलत, पुरानी बोतल में नया स्टीकर कहकर ली थी चुटकी

जयपुर।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी एक बार फिर शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं। डोटासरा जहां विभिन्न सार्वजनिक कार्यक्रमों में केंद्र की नई शिक्षा नीति पर ऐतराज़ जताते दिख रहे हैं तो वहीं देवनानी सोशल मीडिया के ज़रिये डोटासरा और कांग्रेस सरकार की शिक्षा पद्धति को लेकर लगातार हमलावर हैं।
पूर्व शिक्षा मंत्री देवनानी ने आज अपने एक ताज़ा बयान में प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था पर चिंता जताई है। उन्होंने कांग्रेस की राज्य सरकार के विगत दो वर्षों के दौरान की शिक्षण कार्यप्रणाली को कटघरे में रखा।
‘लगातार गिर रहे परिणाम और नामांकन’
देवनानी ने कहा कि राजकीय स्कूलों में शैक्षणिक स्तर लगातार गिरता जा रहा है। ना सिर्फ विद्यालयों के परिणाम ही गिर रहे हैं बल्कि हर वर्ष बढ़ने वाला नामांकन भी अब कांग्रेस सरकार में लगातार गिर रहा है। उन्होंने विद्यालयों में हो रहे सुधारों पर अघोषित आपातकाल लगने की स्थिति करार दिया।
‘पुरानी बोतल में नए स्टीकर जैसी नई शिक्षा नीति’
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में केंद्र की शिक्षा पद्धति पर सवाल खड़े किये थे। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर ऐतराज़ जताते हुए कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति 1986 वाली पुरानी बोतल पर नया स्टीकर लगाने जैसा है।
अब पाइए अपने शहर ( Jaipur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज