scriptGovind Singh Dotasara : ये क्या बोल गए शिक्षा मंत्री? सोशल मीडिया पर क्यों होने लगे ट्रोल? | Govind Singh Dotasara viral video on Sawarkar and Mahatma Gandhi | Patrika News

Govind Singh Dotasara : ये क्या बोल गए शिक्षा मंत्री? सोशल मीडिया पर क्यों होने लगे ट्रोल?

locationजयपुरPublished: Oct 19, 2021 04:43:48 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ( Govind Singh Dotasara ) की फिसली ज़बान, उदयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान का वाकया, अब प्रतिक्रिया का वीडियो अंश हो रहा वायरल, सोशल मीडिया पर छाया हुआ है शिक्षा मंत्री के ‘ज्ञान’! भाजपा नेता भी लेने लगे मंत्रीजी की चुटकी
 

Govind Singh Dotasara viral video on Sawarkar and Mahatma Gandhi

जयपुर।

शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ( Govind Singh Dotasara ) अपने ‘ज्ञान’ को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर ट्रॉल हो रहे हैं। दरअसल, डोटासरा ने कल उदयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया को दी प्रतिक्रिया दी थी जिसमें एक जगह उनकी ज़बान फिसल गई थी। अब उसी वीडियो का अंश वायरल हो रहा है। इस बीच भाजपा नेताओं ने भी डोटासरा की चुटकी लेना शुरू कर दिया है।

 

 

फिसली ज़बान, हुए वायरल

मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि सावरकर ने वर्ष 2011 और वर्ष 2013 में दया याचिका लिखी थी। जबकि महात्मा गांधी वर्ष 2015 में दक्षिण अफ्रीका से भारत आये थे और बाद में वे राजनीति में उतरे थे।”

 

भाजपा नेता बोले, ‘गांधी ज़िंदा हैं!’
इधर डोटासरा के वायरल हुए वीडियो अंश पर भाजपा नेता भी चुटकी लेने लगे। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक वासुदेव देवनानी ने वीडियो अंश के साथ जारी अपनी ट्वीट प्रतिक्रिया में लिखा, ‘अंधेर नगरी चौपट राजा। प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के अनुसार महात्मा गांधी जी 2015 में दक्षिण अफ्रीका से आए थे। जो इतना आलोकिक ज्ञान रखते हो उनसे वीर सावरकर एवं महापुरुषों के इतिहास और शिक्षा व्यवस्था पर कैसे प्रश्न करें? वाह रे कांग्रेस। मतलब गांधी जी जिंदा है।

https://twitter.com/VasudevDevnani/status/1450135048624087048?ref_src=twsrc%5Etfw

सावरकर पर पहले भी हुआ ‘आमना-सामना’
वीर सावरकर को लेकर इससे पहले भी मौजूदा शिक्षा मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री के बीच बयानबाज़ी का सिलसिला गरमा चुका है। दरअसल, कुछ समय पहले डोटासरा ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान आरएसएस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए एक बयान दिया था। उन्होंने तब कहा था कि जब स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस नेताओं की भूमिका ज़्यादा रही है। उस समय आरएसएस के तो कुछ चुनिंदा लोग ही हुआ करते थे। डोटासरा ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा में विश्वास रखने वाले युवाओं ने ही देश को आजाद करवाया है।

 

हालांकि डोटासरा ने कहा था कि हम मना नहीं करते कि सावरकर स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल नहीं हुए थे। सावरकर हिंदू राष्ट्र की बात करते थे आजादी से पहले किया करते थे जो तब कोई गुनाह नहीं था। तब देश का संविधान लागू ही नहीं हुआ था।

 

डोटासरा के इस बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा था कि वीर सावरकर का हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्र की कल्पना राष्ट्रविरोधियों के वंशजों की संकुचित सोच से बाहर का मामला है। एक बयान जारी करते हुए देवनानी ने कहा कि सत्ता की लालसा के चलते अंग्रेजों के तलवे चाटने वाली कांग्रेस के नेताओं से इससे ज्यादा और कुछ उम्मीद भी नहीं की जा सकती।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो