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प्रदेश की 89 फीसदी मेगा औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरु— मीणा

locationजयपुरPublished: May 19, 2020 09:14:05 pm

Submitted by:

Pankaj Chaturvedi

— उद्योग मंत्री ने कहा 438 में से 289 वृहदाकार इकाइयां भी हुई शुरू

प्रदेश की 89 फीसदी मेगा औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरु— मीणा

प्रदेश की 89 फीसदी मेगा औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरु— मीणा

जयपुर। लॉकडाउन 4 की शुरुआत तक प्रदेश में 89 प्रतिशत मेगा औद्योगिक इकाइयों ने उत्पादन शुरु हो गया है, वहीं दो तिहाई वृहदाकार इकाइयों ने भी कामकाज शुरु कर दिया है।
उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश भर में 110 मेगा श्रेणी की इकाइयां एवं 438 बड़े आकार की औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं। लॉकडाउन 4 की शुरुआत में अब 110 मेगा इकाइयों में से 98 शुुरू हो चुकी हैं, जबकि 289 बड़े आकार की इकाइयों में भी उत्पादन प्रक्रिया शुरु हो गई है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उद्योगपतियों से बातचीत, प्रक्रिया के सरलीकरण का परिणाम है कि उद्यमियों ने पहल कर इकाइयों को सक्रिय किया है। सरकार औद्योगिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए लगातार समन्वय और निगरानी कर रही है।
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ.सुबोध अग्रवाल ने बताया कि अब सिर्फ जयपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर हैं, जहां कर्फ्यू के चलते कुछ मेगा इकाइयां शुरु नहीं हो पाई हैं। प्रदेेश में लगभग सभी सीमेंट इकाइयों, खाद्य तेल मिलों सहित बड़ी संख्या में इकाइयां क्रियाशील हो गई हैं।
जिन उद्योगों में मशीनरी और प्लांट पर 10 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होता है, उनहें वृहदाकार श्रेणी में माना जाता है। जबकि जिन इकाइयों पर 100 करोड़ रुपए से अधिक निवेश हो, वह मेगा श्रेणी की इकाइयां कहलाती हैं।
भिवाड़ी—नीमराणा की इकाइयां क्रियाशील

राज्य के सबसे प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी-नीमराणा में 93 में से 86 बड़े आकार की और 45 मेे से 36 मेगा उद्योगों में उत्पादन शुरु हो गया है। उद्योग आयुक्त मुक्तानंद अग्रवाल ने बताया कि भिवाडी में होंडा कार्स, होण्डा मोटर साईकिल, ग्लास निर्माता सेंट गोबेन, कजारिया सिरेमिक्स, डाईकिन आदि इकाइयों में कामकाज शुरु हुआ है।
ढाई लाख को मिला रोजगार

अधिकारियेां ने दावा किया कि प्रदेश की औद्योगिक इकाइयां शुरु होने पर इनमें करीब ढाई लाख मजदूरों को रोजगार मिला है। इनमें 2.40 लाख मजदूर विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में जबकि दस हजार से अधिक मजदूर खादी ग्रामोद्योग इकाइयों में काम करने लगे हैं।
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