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सीएम गहलोत के जिले में निवेश की लंबी कतार, करौली में सबसे कम करार

locationजयपुरPublished: Jan 23, 2022 06:26:26 pm

Submitted by:

Pankaj Chaturvedi

1.20 लाख करोड़ में से 20 हजार करोड़ रुपए के समझौते अकेले जोधपुर में , 32 जिलों में जिला स्तरीय निवेश सम्मेलनों का विश्लेषण

सीएम गहलोत के जिले में निवेश की लंबी कतार, करौली में सबसे कम करार

सीएम गहलोत के जिले में निवेश की लंबी कतार, करौली में सबसे कम करार

पंकज चतुर्वेदी

जयपुर. प्रदेश में स्थानीय निवेशकों को लुभाने के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला जोधपुर सबसे अव्वल रहा है। जबकि केबिनेट मंत्री रमेश मीणा का जिला और डांग क्षेत्र में आने वाला करौली सबसे कम निवेश की संभावना वाला जिला रहा। इन्वेस्ट राजस्थान समिट के तहत अब तक प्रदेश के 32 जिलों के उद्योग केन्द्रों पर हुए जिला स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट कार्यक्रमों में राज्य सरकार को एमओयू और एलओआइ के जरिए 1.22 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सरकार को इन समझौतों से प्रदेश में 3 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। जिला स्तरीय ये निवेश समझौते राज्य के बाहर अन्य शहरों में हो चुके रोड शो से अलग हैं। जिला स्तरीय करारों में सर्वाधिक 23 हजार 427 करोड़ रुपए के समझौते अकेले जोधपुर जिले में हुए हैं, जबकि सबसे कम महज 32 करोड़ रुपए के प्रस्ताव करौली में आए। गौरतलब है कि राज्य सरकार 24-25 जनवरी को राजधानी में प्रस्तावित इनवेस्ट राजस्थान समिट के मुख्य कार्यक्रम को कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थगित कर चुकी है। हालांकि,जिलों में स्थानीय सम्मेलनों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत कराने की अनुमति थी।
इन 5 जिलों में सर्वाधिक निवेश का वादा


जिला- निवेश- गृह जिला- प्रभारी मंत्री


जोधपुर- 23427 करोड़ रुपए- अशोक गहलोत- डॉ.सुभाष गर्ग
अजमेर- 19214 करोड़ रुपए – कोई मंत्री नहीं – महेन्द्रजीत सिंह मालवीय
बीकानेर- 15165 करोड़ रुपए – बीडी कल्ला, भंवर सिंह भाटी, गोविंद मेघवाल – लालचंद कटारिया
जयपुर- 13120 करोड़ रुपए- प्रताप सिंह, महेश जोशी, लालचंद कटारिया- शांति धारीवाल
भीलवाड़ा- 10428 करोड़ रुपए- रामलाल जाट- महेश जोशी

सबसे कम निवेश वाले 5 जिले


जिला- गृह जिला- प्रभारी मंत्री


करौली- 32 करोड़ रुपए- रमेश मीणा- अशोक चांदना
भरतपुर- 173 करोड़ रुपए- विश्वेन्द्र सिंह, डॉ.सुभाष गर्ग – रमेश मीणा
सिरोही- 240 करोड़ रुपए- कोई मंत्री नहीं- महेन्द्र चौधरी (उप मुख्य सचेतक)
जालोर- 328 करोड़ रुपए – सुखराम विश्नोई- टीकाराम जूली
सवाई माधोपुर- 356 करोड़ रुपए- कोई मंत्री नहीं- भजन लाल जाटव
(सिरोही और सवाई माधोपुर में मंत्री भले ही कोई नहीं, किन्तु संयम लोढ़ा और दानिश अबरार मुख्यमंत्री के सलाहकार हैं)

अब अलवर से बड़ी उम्मीद


32 जिलों के बाद अब सरकार को एनसीआर के बड़े औद्योगिक हब के तौर पर पहचान बना चुके अलवर और भिवाड़ी के निवेश सम्मेलनों से बड़े निवेश की उम्मीद है। इन दोनों सम्मेलनों को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अलवर स्वयं उद्योग मंत्री शकुंतला रावत का गृह जिला है।

प्रदेश में उम्मीद: 7 लाख करोड़ का निवेश, 6 लाख रोजगार


जिला स्तरीय सम्मेलन और बाहरी रोड शोज के पूरे होने के बाद अब प्रदेश में 7 लाख करोड़ रुपए के कुल निवेश और 6 लाख से अधिक रोजगार पैदा होने की उम्मीद है।
बाहरी रोड शोज
कुल संभावित निवेश: 5.76 लाख करोड़ रुपए
कुल संभावित रोजगार- 2.95 लाख
जिला स्तरीय सम्मेलन
कुल संभावित निवेश: 1.22 लाख करोड़ रुपए
कुल संभावित रोजगार- 3.73 लाख

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