ग्रामीणों का कहना है कि छोटे से छोटे कामों के लिए कोटखावदा जाना पड़ेगा। जो कि ग्राम पंचायत बल्लूपुरा से 20 से 25 किलोमीटर दूर है। नवगठित पंचायत समिति कोटखावदा में जोडऩे से लोगों का आवागमन की समस्या होगी। ग्राम पंचायत बाड़ापदमपुरा, बरखेड़ा, शिवदासपुरा, डाहर, बरखेड़ा आदि ग्राम पंचायतों की सीमा बल्लूपुरा ग्राम पंचायत की सीमा से जुड़ी हुई है। ग्रामीणों को सीधा कोटखावदा जाने के लिए कोई रास्ता नही हैं। उन्हें चाकसू होते हुए कोटखावदा जाना पड़ेगा। साथ ही दूरी भी ज्यादा हैं। सीधा बसों का जुड़ाव भी नही हैं ऐसे में ग्रामीणों को कोई भी कार्य करवाने के लिए आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इसको लेकर ग्रामीणों ने विधायक व उपखंड अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा था। परन्तु ग्रामीणों की एक नही सुनी गई। आखिर मजबूरन सभी ग्रामीणों को एक होकर सर्वसम्मति से पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान करना पड़ा।
ग्राम पंचायत बल्लूपुरा के ग्रामीणों ने चाकसू उपखंड अधिकारी, जिला कलेक्टर, स्थानीय विधायक, पंचायती राज मंत्री को ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर एक स्वर में नवसृजित पंचायत समिति कोटखावदा से हटाकर चाकसू में जोडऩे की मांग की थी। रायपुरा खुर्द व बल्लुपुरा के ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि मांग पूरी नहीं होने तक चुनावों का वहिष्कार करने का ऐलान किया है।