सवाल जो मांगते हैं जवाब
: विभाग के अनुसार पेपर लीक हुआ है लेकिन पेपर सप्लाई से लेकर परीक्षा होने तक वीडियोग्राफी करवाई गई परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने से पहले हर परीक्षा कक्ष में परीक्षकों ने परीक्षा के लिफाफे का निरीक्षण किया कि कहीं लिफाफा फटा हुआ या संदेहपूर्ण तो नहीं है उनके हस्ताक्षर भर करवाए गए। यदि लिफाफा फटा हुआ था तो परीक्षा का आयोजन क्यों करवाया।
:१५ सितंबर २०१९ की परीक्षा सम्पन्न होने के बाद परीक्षा केंद्राधीक्षक और विजिलेंस ऑफिसर ने जो रिपोर्ट सौंपी उसमें नकल का जिक्र क्यों नहीं था।
: अगर नकल संबंधी शिकायत बाद में मिली थी तो परीक्षा का परिणाम २४ जनवरी २०२० को क्यों जारी किया गया जिसके आधार पर मेरिट निर्धारित होनी थी।
: अगर कहीं पेपर लीक हुआ तो इसकी सूचना सर्किल ऑफिस की ओर से ड्रायरेक्टे्रट को ९ फरवरी २०२० को होने वाले डाटा एंट्री स्किल टेस्ट से पहले क्यों नहीं दी गई। जिससे सभी सर्किलों पर स्किल टेस्ट स्थगित किया जा सके।
: इस एग्जाम से पहले यही परीक्षा १४ जुलाई २०१९ को सभी सर्किलों पर पूरे भारत में हुई थी लेकिन कई सर्किलों पर क्षेत्रीय भाषा के मतभेद के कारण उसे देशभर में रद्द कर दिया गया था एेसे में यदि १५ सितंबर २०१९ में परीक्षा का पेपर राजस्थान में लीक हुआ था तो सभी सर्किलों में परीक्षा रद्द क्यों नहीं की गई।
: विभाग ने आरटीआई में कहा कि हम पता नहीं कर पा रहे कि किस किस ने पेपर गलत तरीके से लिया है या कौन कौन से अभ्यार्थी गलत है तो विभाग ने यह कैसे आइडेंटिफाई कर लिया कि केवल ६ डिवीजन के अभ्यार्थियों ने ही धांधली की है।
: विभाग ने किस आधार पर ६ डिवीजन का ही रीएग्जाम करवाया। अगर माक्र्स के आधार पर रीएग्जाम लिया गया है जो जयपुर सिटी के अभ्यार्थियों का रीएग्जाम क्यों नहीं करवाया गया।
: विभाग ने 3 अप्रेल 2020 को जीडीएस से पीए, पोस्टमैन एमटीएस से पीए और जीडीएस से पोस्टमैन परीक्षा को रद्द करने का मैमोरेंडम जारी किया है जबकि जीडीएस, पोस्टमैन, एमटीएस से पीए परीक्षा 15 सितंबर 2019 को और जीडीएस से पोस्टमैन परीक्षा 29 सितंबर 2019 को हुई थी।
: अगर जीडीएस से पोस्टमैन परीक्षा जो कि 29 सितंबर 2019 को हुई थी उसमें धांधली नहीं की गई तो उसे क्यों रद्द किया गया।
:जीडीएस से पीए परीक्षा का आयोजन 15 सितंबर को करवाया गया जिसको प्रशासनिक कारण का हवाला देते हुए रद्द किया गया है । इस परीक्षा के बारे में जब आरटीआई से जानकारी मांगी गई तो बताया कि प्रकरण जांच अधीन है।
: अगर कहीं जांच चल रही थी तो जांच पूरी होने से पहले ही विभाग ने भर्ती को रद्द करने का आदेश क्यों जारी नहीं किया।
: विभाग के अनुसार पेपर लीक हुआ है लेकिन पेपर सप्लाई से लेकर परीक्षा होने तक वीडियोग्राफी करवाई गई परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने से पहले हर परीक्षा कक्ष में परीक्षकों ने परीक्षा के लिफाफे का निरीक्षण किया कि कहीं लिफाफा फटा हुआ या संदेहपूर्ण तो नहीं है उनके हस्ताक्षर भर करवाए गए। यदि लिफाफा फटा हुआ था तो परीक्षा का आयोजन क्यों करवाया।
:१५ सितंबर २०१९ की परीक्षा सम्पन्न होने के बाद परीक्षा केंद्राधीक्षक और विजिलेंस ऑफिसर ने जो रिपोर्ट सौंपी उसमें नकल का जिक्र क्यों नहीं था।
: अगर नकल संबंधी शिकायत बाद में मिली थी तो परीक्षा का परिणाम २४ जनवरी २०२० को क्यों जारी किया गया जिसके आधार पर मेरिट निर्धारित होनी थी।
: अगर कहीं पेपर लीक हुआ तो इसकी सूचना सर्किल ऑफिस की ओर से ड्रायरेक्टे्रट को ९ फरवरी २०२० को होने वाले डाटा एंट्री स्किल टेस्ट से पहले क्यों नहीं दी गई। जिससे सभी सर्किलों पर स्किल टेस्ट स्थगित किया जा सके।
: इस एग्जाम से पहले यही परीक्षा १४ जुलाई २०१९ को सभी सर्किलों पर पूरे भारत में हुई थी लेकिन कई सर्किलों पर क्षेत्रीय भाषा के मतभेद के कारण उसे देशभर में रद्द कर दिया गया था एेसे में यदि १५ सितंबर २०१९ में परीक्षा का पेपर राजस्थान में लीक हुआ था तो सभी सर्किलों में परीक्षा रद्द क्यों नहीं की गई।
: विभाग ने आरटीआई में कहा कि हम पता नहीं कर पा रहे कि किस किस ने पेपर गलत तरीके से लिया है या कौन कौन से अभ्यार्थी गलत है तो विभाग ने यह कैसे आइडेंटिफाई कर लिया कि केवल ६ डिवीजन के अभ्यार्थियों ने ही धांधली की है।
: विभाग ने किस आधार पर ६ डिवीजन का ही रीएग्जाम करवाया। अगर माक्र्स के आधार पर रीएग्जाम लिया गया है जो जयपुर सिटी के अभ्यार्थियों का रीएग्जाम क्यों नहीं करवाया गया।
: विभाग ने 3 अप्रेल 2020 को जीडीएस से पीए, पोस्टमैन एमटीएस से पीए और जीडीएस से पोस्टमैन परीक्षा को रद्द करने का मैमोरेंडम जारी किया है जबकि जीडीएस, पोस्टमैन, एमटीएस से पीए परीक्षा 15 सितंबर 2019 को और जीडीएस से पोस्टमैन परीक्षा 29 सितंबर 2019 को हुई थी।
: अगर जीडीएस से पोस्टमैन परीक्षा जो कि 29 सितंबर 2019 को हुई थी उसमें धांधली नहीं की गई तो उसे क्यों रद्द किया गया।
:जीडीएस से पीए परीक्षा का आयोजन 15 सितंबर को करवाया गया जिसको प्रशासनिक कारण का हवाला देते हुए रद्द किया गया है । इस परीक्षा के बारे में जब आरटीआई से जानकारी मांगी गई तो बताया कि प्रकरण जांच अधीन है।
: अगर कहीं जांच चल रही थी तो जांच पूरी होने से पहले ही विभाग ने भर्ती को रद्द करने का आदेश क्यों जारी नहीं किया।