टिड्डी के प्रकोप के चलते संयुक्त राष्ट्र की देखरेख में हर महीने होने वाली बैठक आज पाकिस्तान के खोखरापार में प्रस्तावित थी। भारत के टिड्डी चेतावनी दल के अधिकारी बीएसएफ जवानों के साथ सुबह साढ़े 9 बजे बाड़मेर के मुनाबाव स्थित जीरो लाइन पर पीले रंग का झंडा लेकर पहुंच गए। लेकिन न तो पाक रेंजर्स आए और दरवाजा खोला।
बीएसएफ के जवान सुबह 10.15 बजे तक पाक रेंजर्स का इंतजार करते रहे। एक दो बार आवाज भी लगाई। वॉच टावर पर चढ़कर भी देखा। रेंजर्स या पाकिस्तान के टिड्डी अधिकारी नजर नहीं आए। टिड्डी चेतावनी संगठन के उप निदेशक डॉ. केएल गुर्जर अपनी टीम और बीएसएफ अधिकारियों के साथ बबूल के पेड़ के नीचे बाट जोहते रहे। आखिर मुनाबाव में लंच के बाद शाम को बाड़मेर लौट आए।
इधर शाम 5 बजे पाकिस्तान के प्लांट प्रोटक्शन विभाग के तकनीकी निदेशक डॉ. तारिक मोहम्मद खान ने बाड़मेर में अपने काउंटर पार्ट भारतीय अफसर को फोन कर उलटे उलाहना दे दिया कि वे वे दिनभर खोखरापार में इंतजार करते रहे। और तो और पाकिस्तान ने अपनी गलती छिपाने के लिए एफएओ मुख्यालय को झूठा ई-मेल कर भारत पर वार्ता तोडऩे का आरोप तक लगा दिया। इस पर दिल्ली से विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र को सच्चाई से अवगत करवाया।
धारा 370 के बाद से ना नुकुर पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर में धारा-370 समाप्त करने के बाद ही पाकिस्तान टिड्डी बैठक को लेकर ना नुकुर कर रहा है। अगस्त में बैठक की सूचना महज 16 घण्टे पहले दी गई। सितम्बर की बैठक में खुद संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि कीथ क्रीसमेन खोखरापार पहुंचे इसलिए पाक की बैठक तोडऩे की हिम्मत नहीं हुई। इस बार पाक ने अपना असली रंग दिखा दिया।
हम धूप में इंतजार करते रहे, कोई नहीं दिखा ‘हमारे जवानों ने पौन घण्टे तक धूप में इंतजार किया लेकिन रेंजर्स नहीं आए। हमारे पास सबूत के रूप में फोटो भी हैं।
-डॉ. केएल गुर्जर, उप निदेशक, टिड्डी चेतावनी संगठन जोधपुर
पाकिस्तानी रेंजर्स आए ही नहीं ‘पाकिस्तानी रेंजर्स आए ही नहीं। जीरो लाइन पर हमारे जवान झण्डा हिलाते रहे। -गुरुप्रीत सिंह, डीआइजी, बीएसएफ बाड़मेर सेक्टर खेतों में रेंग रहा टिड्डी फाका, बेबस किसान
गडरारोड़. बाड़मेर. तीन साल अकाल का दंश झेल चुके किसानों के खेतों में इस बार लहलहा रही फसल पर टिड््डी के अंडों से निकला फाका का हमला बड़ी मुसीबत बन गया है। फाके को खेतों में नष्ट नहीं किया जा सकता है। खेतों में रेंग रहा फाका उड़ नहीं सकता है। पाक से लगातार आ रही टिड्डी सीमावर्ती क्षेत्र सहित बाड़मेर के गांवों में लगातार फैल रही है।