जयपुर

ग्रेटर नगर निगम में विकास हुआ ‘दूर की कौड़ी’, पार्षद हुए हलकान

जयपुर नगर निगम ग्रेटर में विकास कार्य ‘दूर की कौड़ी’ साबित हो रहे हैं। कार्यकारिणी समिति की बैठक में हर वार्ड में 50 लाख रुपए के विकास कार्य कराने को लेकर प्रस्ताव पास किया गया था, लेकिन तीन महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी निगम प्रशासन वार्डों में विकास के काम शुरू नहीं कर पाया है। अब मानसून शुरू हो चुका है, ऐसे में विकास के लिए लंबा इंतजार करना होगा।

जयपुरJul 26, 2021 / 08:29 pm

Umesh Sharma

ग्रेटर नगर निगम में विकास हुआ ‘दूर की कौड़ी’, पार्षद हुए हलकान

जयपुर।
जयपुर नगर निगम ग्रेटर में विकास कार्य ‘दूर की कौड़ी’ साबित हो रहे हैं। कार्यकारिणी समिति की बैठक में हर वार्ड में 50 लाख रुपए के विकास कार्य कराने को लेकर प्रस्ताव पास किया गया था, लेकिन तीन महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी निगम प्रशासन वार्डों में विकास के काम शुरू नहीं कर पाया है। अब मानसून शुरू हो चुका है, ऐसे में विकास के लिए लंबा इंतजार करना होगा।
निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर की अध्यक्षता में 19 अप्रेल को ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय में हुई बैठक में तय किया गया था कि 50-50 लाख के विकास कार्य प्रत्येक वार्ड में करवाए जाएंगे। साथ ही 5 लाख के कार्य उद्यानों में कराए जाएंगे। जिसमें उद्यानों की बाउंड्रीवॉल व अन्य सिविल कार्य होना था। बैठक में 100-100 रोड लाइट्स वार्ड में लगवाने का फैसला भी हुआ था। मगर तीन महीने का समय बीत जाने के बाद भी विकास कार्य शुरू नहीं हो सके हैं। यही नहीं 100 की जगह रोड लाइट्स की संख्या को भी घटाकर 83 कर दिया गया है।
यह होना था वार्डों में काम

इस पैसे से वार्डों में सड़क, नाली, सीवरेज सहित कई अन्य विकास कार्य कराए जाने थे। ज्यादातर काम सड़क और नाली से संंबंधित था। यह काम नहीं होने के कारण बारिश के दौरान शहर के कई इलाकों में हालात बदतर हो रहे हैं। वहीं जेडीए और नगर निगम के बीच तालमेल नहीं होने के कारण भी कई जगहों पर काम अटका पड़ा है।
लोन पर निगम प्रशासन की चुप्पी

हुडको 500 करोड़ रुपए के लोन के संबंध में भी स्थिति साफ नहीं है। लोन अप्रूव हो चुका है, लेकिन अभी तक पैसे मिले या नहीं। इसे लेकर निगम चुप्पी साधे हुए है। कार्यकारिणी समिति की बैठक में इस लोन के आधार पर ही विकास कार्य को लेकर प्रस्ताव पास किया गया था।

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