देव प्रबोधिनी एकादशी के सावे की शहर में शुक्रवार को रौनक नजर आई। बाजारों में लोगों ने खरीदारी की तो सामुदायिक भवन, विवाह स्थल रोशन नजर आए। कई जगहों पर निकासियां निकाली गईं। विवाह से पूर्व की रस्मों को भी निभाया जाता रहा। कई लोग बारात की अगुवानी को लेकर तो कई बारात ले जाने को तत्पर नजर आए। अबूझ सावे पर शहर भर में 400 से 500 शादियां होने की संभावना है।
30 दिन में एक दर्जन सावे देव प्रबोधिनी एकादशी से दिसम्बर तक मांगलिक आयाजनों की बहार रहेगी व और मांगलिक धुन गूंजती रहेगी। पंचांगकारों के अनुसार आने वाले 30 दिनों में करीब एक दर्जन सावे निकाले हैं। आचार्य धीरेन्द्र के अनुसार 15 दिसम्बर को मलमास लगेगा। इससे पहले विभिन्न सावों में शादियां होंगी।
सावे ही सावे आचार्य धीरेन्द्र के अनुसार 11 नवम्बर को देवउठनी के अबूझ मुहूर्त के अलावा 16, 23, 24 व 25 नवम्बर के सावे हैं। दिसम्बर में भी 8, 9, 11 व 12 दिसम्बर के विवाह मुहूर्त हैं। एक अन्य पंचांगकार ने 23 नवम्बर व दिसम्बर में 1, 3, 4 व 13 दिसम्बर के सावे भी निकाले हैं। इन सावों के चलते पूरे माह मांगलिक आयोजनों की खुशी से शहर सराबोर रहेगा।
सब व्यस्त, रहेंगे मस्त मांगलिक आयोजनों से कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रानिक, फर्नीचर, रेडिमेड गारमेंन्ट्स, उपहार, सोना-चांदी आभूषण बाजारों में रोनक रहेगी, वहीं बैण्ड पार्टियां, छायाकार, वीडियोग्राफर, टेंट व्यवसायी, किराना व अन्य व्यवसायी व्यस्त रहेंगे।
घर-घर जलेंगे दीप जुलाई में देव शयनी एकादशी से शयन कर रहे देव शुक्रवार को जागेंगे। बैण्ड-बाजे, झालर के बीच देवों को जगाया जाएगा। इस मौके पर तुलसी शालिगराम विवाह के आयोजन भी होंगे। कई लोग देव उठनी एकादशी को छोटी दिवाली के रूप में मनाएंगे। इस अवसर पर घर-घर में दीप जलाए जाएंगे। आतिशबाजी का धूमधड़ाका भी होगा। खुशियां मनाई जाएगी।
16 जोड़ों का विवाह नाग नागिन मंदिर में मनाए जा रहे प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं भागवत कथा के समापन पर शुक्रवार को मंदिर में 16 जोड़ों का नि:शुल्क सामूहिक विवाह होगा। सुबह से कार्यक्रम शुरू होगे। दोपहर एक बजे से भंडारा होगा। वहीं ऑल इण्डिया फलौदी एस्ट्रॉलोजिकल रिसर्च सोसायटी कार्तिक नियम सेवा महोत्सव के तहत शुक्रवार को शाम 5 बजे रामपुरा क्षेत्र स्थित बड़ी समाध स्थित मां नाहरसिंही गोरांग मंदिर में तुलसी शालिगराम विवाह का आयोजन किया जाएगा।
खाटूवाले श्याम का जन्मोत्सव श्रीश्याम परिवार कीे ओर से देव प्रबोधिनी एकादशी पर तिरुपति बालाजी मंदिर पर श्यामबाबा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। बाबा का दरबार सजाया जाएगा। कार्यक्रम रात 8 बजे से शुरू होगा। रात 11.30 बजे चूरमे का भोग लगाया जाएगा। परिवार के संस्थापक अध्यक्ष रघुनंदन अग्रवाल ने बताया कि भजन गायक नवीन शर्मा व दिनेश संगम भजनों की रसधार बहाएंगे। स्थानीय भजन गायक राजू वाजपेयी, संजय गोयल भजनों की प्रस्तुति देंगे