महापौर चाहती थी कि सभी पार्षदों को एक साथ लैपटॉप की सौगात दी जाए। इस संबंध में उन्होंने नोटशीट लिखकर लेपटॉप की जानकारी मांगी। मगर उससे पहले ही आयुक्त यज्ञमित्र सिंह ने पार्षदों को लैपटॉप बंटवा दिए। आयुक्त के कहने के बाद कई पार्षदों ने लैपटॉप भी ले लिए हैं। निगम की स्टोर शाखा से यह लैपटॉप जारी हुए हैं। सबसे बड़ी बात है कि सबसे पहला लेपटॉप डिप्टी मेयर को दिया गया। उसके बाद कुछ पार्षद स्टोर से लैपटॉप लेकर गए हैं। आपको बता दें 14 मार्च को नगर निगम ग्रेटर की साधारण सभा प्रस्तावित है। महापौर का इसी दिन बैठक के बाद लैपटॉप बंटवाने का प्लान था, लेकिन बैठक से पहले ही लैपटॉप का वितरण होने से सारा प्लान गड़बड़ हो गया। अभी बैठक को लेकर एजेंडे तैयार किए जा रहे हैं। साधारण सभा से पहले ईसी की बैठक होगी।
फुटबॉल बने अधिकारी—कर्मचारी नगर निगम ग्रेटर के अधिकारी और कर्मचारी इन दिनों महापौर और आयुक्त के बीच फुटबॉल बने हुए हैं। दोनों ही एक दूसरे से बात नहीं करते हैं। ऐसे में अधिकारियों और कर्मचारियों के जरिए प्रस्ताव भिजवाया जाता है। ऐसे में जनता के कामों को भी पूरा होने में काफी वक्त लग रहा है। कई मामलों में तो अधिकारियों को दोनों के यहां कई चक्कर काटने पड़ रहे हैं।