निगम के नए प्लान के तहत पहले स्टेप के तहत घर से ट्रांसफर स्टेशन तक कचरा ले जाने का एक टेंडर किया जाएगा। दूसरा टेंडर कचरे को ट्रांसफर स्टेशन से कचरागाह तक ले जाने और तीसरा टेंडर सफाईकर्मियों द्वारा एकत्र किए जाने वाले कचरे, ग्रीन वेस्ट और सी एंड डी वेस्ट का होगा, जो कचरे को अलग-अलग करेगा। बाकी को कचरागाह पर भेजेगा। इस बार शहरवासियों से कचरा उठाने का पैसा भी वसूल किया जाएगा जो सरकार की ओर से निर्धारित दर के अनुसार होगा।
क्यूआर कोड से होगा काम घर से कचरा उठा या नहीं इसका पता क्यूआर कोड के जरिए लगाएगा। कचरे के वजन पर कंपनी को भुगतान नहीं किया जाएगा। जितने घरों तक हूपर पहुंचेगा, उतने का ही भुगतान होगा। हूपर संचालक इसे स्कैन करेगा, इसका रेकॉर्ड निगम जोन कार्यालय और मुख्यालय में रखा जाएगा। इसकी शुरुआत मुरलीपुरा जोन से की जाएगी। यहां सफलता के बाद अन्य जोन में भी यही सिस्टम डवलप किया जाएगा।
ये दर है निर्धारित -50 वर्ग मीटर तक के घरों से 20 रुपए -50 से 300 वर्ग मीटर तक के घरों से 80 रुपए -शॉप, मिठाई की दुकानें, कॉफी हाउस से 250 रुपए
-गेस्ट हाउस, होटल, हॉॅस्टल से लेकर रेस्टोरेंट- 500 से 3000 रुपए तक -ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, बैंक, सरकारी दफ्तर- 700 रुपए -अस्पताल -2000 से 4000 रुपए -विवाह स्थल- 2000 से 5000 रुपए -वर्कशॉप- 750 रुपए