सभी को बुधवार को निगम स्वच्छता अवार्ड देगा।
विभिन्न श्रेणियों में द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वाले विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। स्वास्थ्य शाखा के उपायुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि सफाई कर्मचारियाें और एनजीअाे काे भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये अंक स्वच्छता सर्वेक्षण में जुड़ेंगे और इसका फायदा जब सर्वेक्षण के परिणाम आएंगे तो उसमें भी आएगा।
विभिन्न श्रेणियों में द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहने वाले विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। स्वास्थ्य शाखा के उपायुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि सफाई कर्मचारियाें और एनजीअाे काे भी सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये अंक स्वच्छता सर्वेक्षण में जुड़ेंगे और इसका फायदा जब सर्वेक्षण के परिणाम आएंगे तो उसमें भी आएगा।
ये रहे दूसरे और तीसरे स्थान पर
—माैहल्ला विकास समिति: आदिनाथ नगर विकास समिति मालवीय नगर, और नित्यानंद नगर विकास समिति वैशाली नगर
सरकारी कार्यालय: एकाउंटेंट जनरल आॅफिस, आवासन अभियंता कार्यालय
—स्कूल: अाॅक्सफाेर्ड इंटरनेशनल एकेडमी और रुक्मणी बिरला मॉर्डन हाईस्कूल और सुबोध पब्लिक स्कूल
—मार्केट एसाेसिएशन: बजाज नगर विकास समिति और सद्भावना व्यापार मंडल, मानसराेवर
—अस्पताल: सीके बिरला और महात्मा गांधी अस्पताल
—माैहल्ला विकास समिति: आदिनाथ नगर विकास समिति मालवीय नगर, और नित्यानंद नगर विकास समिति वैशाली नगर
सरकारी कार्यालय: एकाउंटेंट जनरल आॅफिस, आवासन अभियंता कार्यालय
—स्कूल: अाॅक्सफाेर्ड इंटरनेशनल एकेडमी और रुक्मणी बिरला मॉर्डन हाईस्कूल और सुबोध पब्लिक स्कूल
—मार्केट एसाेसिएशन: बजाज नगर विकास समिति और सद्भावना व्यापार मंडल, मानसराेवर
—अस्पताल: सीके बिरला और महात्मा गांधी अस्पताल
जमीनी हकीकत ऐसी
निगम की ओर से ये नवाचार किया है, इसके कुछ अंक सर्वेक्षण में जरूर मिलेंगे, लेकिन सच्चाई यह भी है कि अब तक दोनों ही निकायों में सर्वेक्षण का काम गति नहीं पकड़ पाया है और लोग हूपर के इंतजार में है। हूपर आने पर गीला सूख कचरा अलग—अलग नहीं हो पा रहा है। सड़कों पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं। इनको लेकर दोनों शहरी सरकारों को ठोस कार्ययोजना भी बनानी होगी।
निगम की ओर से ये नवाचार किया है, इसके कुछ अंक सर्वेक्षण में जरूर मिलेंगे, लेकिन सच्चाई यह भी है कि अब तक दोनों ही निकायों में सर्वेक्षण का काम गति नहीं पकड़ पाया है और लोग हूपर के इंतजार में है। हूपर आने पर गीला सूख कचरा अलग—अलग नहीं हो पा रहा है। सड़कों पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं। इनको लेकर दोनों शहरी सरकारों को ठोस कार्ययोजना भी बनानी होगी।