-आबादी के लिहाज से परकोटा में पेड़-पौधे कम हैं। मुख्य बाज़ारों की बार करें तो त्रिपोलिया बाज़ार में कुछ पेड़ ज़रूर दिखते हैं। बाकी अन्य बाज़ारो में पेड़ों की संख्या ना के बराबर है। जनप्रतिनिधि भी लगातार पौधे लगाने की मांग कर रहे हैं।
-मेट्रो ट्रेन (Jaipur Metro) के निर्माण कार्य के दौरान कई बड़े पेड़ काट दिए गए। उतनी संख्या में परकोटे में नए पेड़ लगे नहीं। इससे कमी और ज्यादा दिखने लगी। दोनों चौपड़ों पर बड़ के पेड़ थे, लेकिन मेट्रो की वजह से खत्म हो गए। चांदपोल बाजार में भी कई पेड़ हटाये गए।
उद्यान शाखा के अधिकारियों की माने तो चांदपोल बाजार में जिन स्थानों पर पौधे लगाए हैं। वहां लोग उनको तोड़ रहे हैं। इससे न सिर्फ पौधे खराब होते हैं, बल्कि पौधा उन्नति भी नहीं करता। इसके लिए निगम की ओर से वहां गार्ड तक लगाए थे। लोगों को इस अभियान में आगे आकर पेड़-पौधों को बचाने में सहयोग करना चाहिए।
—मंगलवार से हैरिटेज नगर निगम (JMC Heritage) में औषधीय पौधों का वितरण शुरू होगा। 1.30 लाख घरों में पौधे दिए जाएंगे। हर घर में आठ पौधे निगम की ओर से दिए जाएंगे।
—पार्षदों को भी अभी 50 से लेकर 250 पौधे दिए जा रहे हैं। परकोटा क्षेत्र के पार्षदों को 50 से लेकर 100 पौधे और बाहरी क्षेत्र के पार्षदों को 200 से 250 पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
एनकैप के तहत होगा काम
केंद्र सरकार की नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (NCAP) के तहत परकोटे और दूसरे क्षेत्रों में ग्रीनरी को बढ़ावा देने के लिए यह पैसा खर्च किया जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक 10 करोड़ रुपए इसमें खर्च होने की संभावना है।
वर्जन….
परकोटा को हरा भरा बनाने की मुहिम शुरू की गई है। इसमें जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाएगा। परकोटे की मुख्य सड़कों के अलावा आमेर रोड और ग्रीन वैली में भी विकास कार्य कराए जाएंगे।
—अवधेश मीणा, आयुक्त, हैरिटेज नगर निगम