script1 जून से वाइल्ड लाइफ सफारी फिर से शुरू करने की तैयारी, आज जारी होगी गाइडलाइन | Guidelines will be released today for Wildlife Safari from June 1 | Patrika News

1 जून से वाइल्ड लाइफ सफारी फिर से शुरू करने की तैयारी, आज जारी होगी गाइडलाइन

locationजयपुरPublished: May 30, 2020 10:31:55 am

Submitted by:

dinesh

प्रदेश में 1 जून से पर्यटन फिर से शुरू करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी को लेकर वन विभाग भी अलर्ट हो गया है और प्रदेश के जंगलों में फिर से सफारी शुरू करने की तैयारी कर रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 1 जून से प्रदेश के नेशनल पार्क, टाइगर सफारी और बायोलॉजिकल पार्क पर्यटकों के सैर सपाटे के लिए खोल दिए जाएंगे…

जयपुर। प्रदेश में 1 जून से पर्यटन फिर से शुरू करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी को लेकर वन विभाग भी अलर्ट हो गया है और प्रदेश के जंगलों में फिर से सफारी शुरू करने की तैयारी कर रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 1 जून से प्रदेश के नेशनल पार्क, टाइगर सफारी और बायोलॉजिकल पार्क पर्यटकों के सैर सपाटे के लिए खोल दिए जाएंगे।
वन विभाग के अधिकारियों को कहना है कि प्रदेश में जून माह की पहली तारीख से पर्यटन शुरू करने का निर्णय लिया जा चुका है। ऐसे में अब वन विभाग भी दोबारा से पर्यटन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। पर्यटन और पर्यटकों के लिए वन विभाग नियम कायदों की गाइडलाइन आज तय कर देगा। जिसके बाद फिर से नए नियमों के साथ पर्यटक जंगलों में पर्यटन का मजा ले सकेंगे।
कोरोना इफेक्ट के कारण 18 मार्च से बंद है जंगल
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए 17 मार्च को देर रात वन विभाग ने आदेश जारी कर नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सफारी में पर्यटन पर 18 मार्च से रोक लगा दी थी। जिसके बाद से लेकर आज तक प्रदेश के जंगलो में पर्यटन बंद था। रोक के कारण रणथम्भौर नेशनल पार्क, सरिस्का टाइगर सफारी सहित सभी वाइल्ड लाइफ सफारी बंद थी। जयपुर में भी नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क, लॉयन सफारी, हाथी सफारी, लेपर्ड सफारी और चिड़ियाघर को कोरोना वायरस के चलते बंद कर दिया गया था। अब यहां भी फिर से पर्यटन शुरू करने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि पर्यटन फिर से शुरू होने से प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
4 हजार करोड़ का नुकसान
एक आंकलन के अनुसार प्रदेश में 18 मार्च से स्मारक और नेशनल पार्क बंद रहने के कारण टूरिज्म ट्रेड को अभी तक करीब 4 हजार करोड़ का नुकसान हो चुका हैं। वहीं इससे पर्यटन से जुड़े अन्य व्यवसाय को भी घाटा हुआ है। पर्यटन फिर से शुरू होने से आर्थिक पायदान पर तो मजबूती मिलेगी ही साथ ही रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
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