सिंधरोट गांव में ड्रग्स बरामद मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर एटीएस ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के साथ मंगलवार देर रात को छापेमारी की। इस दौरान अलग -अलग जगहों से प्लास्टिक की थैलियों में शंकास्पद ड्रग्स मिलने पर जांच की गई। एफएसएल ने मेफेड्रोन ड्रग्स के रूप में इसकी पुष्टि की। इसका वजन 24 किलो 280 ग्राम और अनुमानित कीमत 121.40 करोड़ रुपए बताई गई है।
पुलिस के अनुसार यह मेफेड्रोन ड्रग्स पूर्व में पकड़े गए आरोपियों ने सिंधरोट गांव के निकट फैक्ट्री में ही तैयार किया था। इस फैक्ट्री में बनाई गई 607 करोड़ कीमत की मेफेड्रोन को कब्जे में ले लिया गया है। इस आरोप में सौमिल पाठक, भरत चावड़ा और शैलेष कटारिया से पूछताछ किए जाने पर मेफेड्रोन ड्रग्स बनाने में उपयोग की 100 किलो कच्ची सामग्री वडोदरा के सयाजीगंज क्षेत्र से जब्त की है। एमडी ड्रग्स बनाने के लिए उपयोग में की जाने वाली मशीन और अन्य साधन भी जब्त किए गए हैं।
यह था मामला
गुजरात एटीएस की टीम ने सूचना के आधार पर गत 29 नवम्बर की रात को सींधरोट गांव के आसपास सर्च ऑपरेशन किया था। उस दौरान अलग-अलग जगहों से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों को साथ रखकर सिंधरोट गांव के निकट एक फैक्ट्री में छापा मारा गया। जहां से 63 किलो से अधिक एमडी ड्रग्स का संग्रह जब्त किया गया। इसके अलावा 80 किलो एमडी ड्रग्स बनाने के लिए तैयार घोल भी बरामद किया गया था। इस जत्थे की कुल कीमत 477 करोड रुपए ़ से अधिक बताई गई थी। इसके बाद गत 3 दिसम्बर को भरत चावड़ा नामक आरोपी की ओर से दो थैलियों में छिपाई गई लगभग पौने दो किलो मेफेड्रोन ड्रग्स को जब्त किया गया, जिसकी कीमत 8.85 करोड़ रुपए आंकी गईं। इस आरोप में लिप्त आरोपियों से पूछताछ किए जाने पर शैलेष कटारिया ने अपने घर पर और ड्रग्स होने की बात कही थी और इस आधार पर छापा मारा गया।