आसपास के लगभग छह से सात गांव के लोग दिन.रात बांस से स्टिक तैयार करने में जुटे हुए हैं। कुछ ऐसा ही नजारा जामनगरए अमरेलीए गिर.सोमनाथए वलसाडए भरूचए सूरतए भावनगर व अमरेली जिले के कई गांवों में देखने को मिल रहा है। इन सभी को मिलाकर पांच लाख स्टिक का ऑर्डर दिया गया है।
तापी के जिला विकास अधिकारी डीडी कापड़िया ने बताया कि ष्हर घर तिरंगाष् अभियान के तहत बड़ी संख्या में बांस की स्टिक की आवश्यकता है। उसे ध्यान में रखकर कोटवाड़िया समुदाय के लोगों के सामने ऐसी स्टिक तैयार करने का प्रस्ताव रखा गया। इससे छिंदिया गांव के लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिला है। इस गांव में रहने वाले कोटवाड़िया जाति के लोग बांस से वस्तुएं बनाने में कुशल हैं।
हर वर्ष मुफ्त में बांटे जाते हैं बांस
वन विभाग के उप वन संरक्षक आनंद कुमार के अनुसार गांवों के लोगों की संयुक्त प्रबंधन समितियां बनाई जाती हैं। इन्हें हर साल जंगलों से मुफ्त बांस की आपूर्ति की जाती है। पिछले साल 3.5 लाख बांस रोजगार के लिए बांटे गए थे।
100 रुपए प्रति बांस की कीमत
छिंदिया गांव के सरपंच हेमंत गामित के अनुसार गांव के लोगों को बांस से अच्छी आय होगी। मदाव गांव निवासी महिला किसान सुधाबेन गामित ने 100 रुपए के हिसाब से बांस बेच कर 10 हजार रुपए की आय अर्जित की है। आसपास के गांव के लोगों को इससे अच्छी आय होगी।