कांग्रेस नेता मानवेन्द्र सिंह ने कहा है कि एक महान योद्धा के लिए इतनी निम्न स्तर की भाषा का प्रयोग किया जाना बहुत ही शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा कि भाषा की मर्यादा होनी चाहिए। राष्ट्रीय गौरव, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष के प्रति ऐसी ओछी भाषा का प्रयोग करना गुलाब चंद कटारिया की संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है।
महाराणा प्रताप को लेकर दिए विवादित बयान पर माफ़ी मांगने के बाद भी कटारिया का विरोध जताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर कल से शुरू हुआ विरोध का सिलसिला आज भी जारी है। इन प्लेटफॉर्म्स पर लोग अलग-अलग तरीके से अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं।
मामला तूल पकड़ने पर कटारिया को अपने बयान पर माफ़ी मांगनी पड़ गई। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप को लेकर मेरे द्वारा दिए बयान को काट छांट कर पेश किया गया है। महाराणा प्रताप मेरे लिए पहले भी आदरणीय और सम्माननीय थे, आज भी हैं और आगे भी रहेंगे। लेकिन कुछ लोगों द्वारा मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया जबकि मेरी भावना यह नहीं थी । ऐसे में जिन लोगों का मेरे उस बयान से दिल दुखा, मैं उन सभी लोगों से माफी मांगता हूं।
मनमोहन सिंह विवादित बयान पर भी मांगी थी माफी
ये पहली बार नहीं है जब भाजपा के दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया अपने विवादित बयान को लेकर सुर्ख़ियों में और चौतरफा घिरे हुए हैं। इसी तरह से उन्होंने वर्ष 2016 में भी गृह मंत्री रहते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर विवादित बयान दिया था, जब वे चौतरफा घिरे थे और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी पड़ गई थी। इसके अलावा भी कटारिया की कई बार सदन के अन्दर और बाहर दिए बयान चर्चा में बने रहे हैं।