हुआ यूं कि विधानसभा के पश्चिमी द्वार के बाहर जहां विधायकों की एंट्री होती है, वहां दोनों नेताओं की बातचीत शुरू हुई। कटारिया ने कहा कि हमने जितना धोना था धो लिया। इस पर रघु शर्मा ने कहा कि आप लोग भ्रांति फैला रहे हैं, इसीलिए केंद्र सरकार से सीएए पर पुनर्विचार का आग्रह कर रहे हैं। दोनों नेताओं ने अपनी-अपनी बात को रखा। इसके बाद कटारिया बोले कि दिल्ली विधानसभा में आप बिल्कुल साफ हो रहे हैं। कटारिया की इस बात पर कशर्मा ने पलटवार किया और कहा कि आप बीजेपी की चिंता करो।
मुद्दों से भटका रहे हो, आप चर्चा करो रघु शर्मा ने एनआरसी, सीएए और एनपीआर को लेकर कहा कि कभी आप एनआरसी लेकर आते हो कभी एनपीआर। भाजपा मूल मुद्दों पर बात क्यों नहीं करती? इस पर कटारिया बोले कि आप सदन में मुद्दे लेकर आओ और चर्चा कराओ। शर्मा ने फिर कहा कि बीजेपी चर्चा कराने ही कहां देती है। कभी पुलवामा ले जाती है तो कभी कोई दूसरा मुद्दा, जबकि अर्थव्यवस्था की बदहाली और बेरोजगारी मूल मुद्दे हैं। कटारिया ने शर्मा की बात को सुना और कहा कि अपने बच्चों को एक किताब देकर जाना। हनुमान जी की फोटो केवल तालाब में बहाने के लिए ही रह जाएगी। केवल एक जमीन का टुकड़ा बचा है। ऐसे में आप लोग आखिर चाहते क्या हो?